इस कहानी को पूरा करो,
और त्रुटीयां भी निकालो .....
१. एक समय की बात है ,शुक्ल पक्ष की अमावस और जेष्ठ माह की कड़कती ठंडी रात में बहुत बर्फ पड रही थी,
मैं अपने घर से कुरता पैजामा पहन कर निकला तो चांदनी चारो तरफ फैली थीं, ........
२. मैं जैसे ही आगे बढ़ा तो देखा मुहल्ले के कुछ लोग राम नवमी के उपलक्ष्य के कारण लोहरी का जश्न मानाने की तैयारी कर रहे थे, और बहुत से झूले लटकाये हुए थे, कुछ लोग झूल भी रहे थे.....
३. मैं भी भाग कर झटपट दुकान से बहुत सा गुलाल ले आया और ............
४. उस समय तारे भोंक रहे थे, कुत्ते अँधेरी रात में टीम टीमाँ रहे थे और मुझे बहुत डर लग रहा था.....
५.
६.
७. जब मैं वापिस घर पहुंचा तो देखा की मेरा भाई AC चला कर मजे से सो रहा हैँ .................................
अब इस कहानी की त्रुटिया हटा कर आप लिखे ...और 8 चरणों तक पूरा करें ......
या कहानी में ऐसे ही विरोधभासी,हास्य पूर्ण संदर्भ दे कर पूर्ण करें.... और दूसरों की परीक्षा लें....
इस गतिविधि को बच्चों हेतु बहुत ही रोचक बनाने का प्रयास किया गया है ,
इसके माध्यम से आप न केवल उनकी पढ़ने में रूचि पैदा कर रहे हैं
बल्कि उनको हिंदी माह, तिथि, त्यौहार .....आदि का भी पारंपरिक ज्ञान दे रहे हैं
...साथ ही उनमे तार्किक शक्ति भी उन्नत होती है .
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