एक ऐसी यात्रा की कल्पना करें जो पारंपरिक शिक्षा की सीमाओं को पार करती है, एक ऐसी यात्रा जो आपकी जिज्ञासा को प्रज्वलित करती है और आपको अन्वेषण के एक अनोखे मार्ग पर ले जाती है। यह सफर भारत के गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित एक छोटे से शहर वडनगर से शुरू होता है। यहां सन् 1888 में स्थापित एक ऐतिहासिक संस्थान है, जहां एक उल्लेखनीय परिवर्तन सामने आ रहा है। यह संस्थान प्रेरणा है, जहां इतिहास का नवाचार से मेल होगा, और परंपरा को भविष्य-केंद्रित शैक्षिक अनुभव में सहज रूप से बुना जाएगा।
प्रेरणा का महत्व एवं निहितार्थ
प्रेरणा वडनगर की अदम्य जीवटता के जयघोष का प्रतीक है, एक जीवंत शहर जिसने भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं जैसी चुनौतियों पर विजय प्राप्त की है। इस विद्यालय का पुनरुद्धार इस तथ्य का सूचक है कि सबसे असाधारण जीवन भी साधारण नींव पर ही निर्मित होता है। इस विद्यालय ने हमें हमारे प्रिय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी दिए हैं जो विद्यालय और वडनगर द्वारा उन्हें प्रदान किए गए वातावरण के प्रतिबिंब की तरह हैं। इसका दर्शन न केवल वर्तमान बल्कि प्राचीन ज्ञान प्रणाली से भी प्रेरित है जो मूल्यों को सुदृढ़ करेगा और ऐसे अनुभव सृजित करेगा जो प्रेरणा के बाहर भी प्रतिभागियों को प्रेरित करते रहेंगे।
प्रेरणा ऐसा पहला विद्यालय होगा, जो अपने अभिनव और आकर्षक पाठ्यक्रम के कारण प्रतिभागियों को एक विशिष्ट अनुभव प्रदान करेगा। यह एक नवीन व अग्रणी अवधारणा है जो पारम्परिक शिक्षण से इतर इस तथ्य पर आधारित है कि वास्तविक शिक्षा पाठ्यपुस्तकों और कक्षाओं तक सीमित नहीं होती है।
जीवन मूल्य आधारित कक्षाएं
इस पाठ्यक्रम के केंद्र में मूल्य-आधारित शिक्षा का दर्शन है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल तत्वों में से एक है। प्रेरणा छात्रों को एक सप्ताह के कार्यक्रम के माध्यम से नवीनतम तकनीक और व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से इन मूल्यों को अनुभव और आत्मसात करने का अवसर प्रदान करेगा। कक्षाएँ नौ विषयों पर आधारित होंगी जो गतिविधि-आधारित शिक्षा के माध्यम से आनंदमय और सार्थक अधिगम के लिए विशिष्ट अवसर प्रदान करती हैं।
• करुणा और सेवा
• विविधता और एकता
• सत्यनिष्ठा और शुचिता
• नवचार और जिज्ञासा
• श्रद्धा और विश्वास
प्रतिभागी पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थलों का भी भ्रमण करेंगे जो वडनगर को विशिष्ट बनाते हैं। देश के विभिन्न कोनों से प्रतिभागियों के यहां एकत्रित होने से सांस्कृतिक आदान-प्रदान अनुभव का एक अमूल्य पहलू बन जाता है, जिससे प्रतिभागियों को हमारे देश की विरासत को आकार देने वाली विभिन्न राज्यों की जीवंत परंपराओं के विषय में अंतर्दृष्टि प्राप्त होगी।
पुरातात्विक और विरासत स्थलों के भ्रमण के अलावा, अन्य विविध गतिविधियों की भी योजना बनाई गई है, जिसमें चयनित शिक्षक सलाहकारों के विशेषज्ञ मार्गदर्शन के तहत सीखने के विभिन्न तरीके शामिल होंगे। छात्र प्राचीन भारतीय सभ्यता से लेकर विश्व की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने और चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के उतरने तक देश के विकास और गौरव को भी समझेंगे।
दृष्टिकोण और कार्यप्रणाली
यह पद्धति शिक्षा के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण अपनाती है, जो आनंदमय अनुभवात्मक शिक्षा पर केंद्रित है। सुपरिभाषित शिक्षण उद्देश्यों पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ इस संरचना में विभिन्न गतिविधियों को एकीकृत और शामिल किया गया है जैसे : -
● कहानी सुनाने की कला
● विभिन्न क्षेत्रों के स्थानीय खेलों में भाग लेना और उनके बारे में सीखना
● कार्यशील रेडियो मॉडल तैयार करना
● कंप्यूटर डिज़ाइन कौशल सीखना
● चित्र बनाना
● पानी के नमूनों का निरीक्षण करना
● 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन जैसी अत्याधुनिक तकनीकी जानकारी
● शैक्षिक भ्रमण
सहयोगात्मक शिक्षण विधियां और उन्नत प्रौद्योगिकी एक सक्रिय और दिलचस्प शैक्षिक अनुभव सुनिश्चित करेंगी। सामुदायिक संवाद पर विशेष ज़ोर दिया गया है, जिससे अधिगम हेतु वास्तविक दुनिया के संदर्भों का निर्माण होता है। चित्रकला, पॉडकास्ट, ब्लॉग, 3-डी प्रिंटेड मॉडल और अन्य माध्यम, बच्चों को अपनी समझ को उनकी व्यक्तिगत क्षमताओं के अनुरूप विभिन्न माध्यमों में व्यक्त करने के लिए सशक्त बनाते हैं।
प्रेरणा का दृष्टिकोण शिक्षकों को आवश्यक प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान करने, विभिन्न शिक्षा प्रणालियों को लागू करने और चिंतन व फीडबैक के माध्यम से निरंतर सुधार को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करता है।
इस कार्यक्रम की गतिविधियों में भाग लेने से युवाओं में अपने राष्ट्र के प्रति गौरव और नागरिक मूल्यों के विकास के साथ-साथ उद्यमशीलता की भावना भी पैदा होगी। इससे भारत की असीम विविधता में अंर्तनिहित एकता के साथ-साथ “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना के प्रति सम्मान को बढ़ावा मिलेगा।
आवेदन कैसे करें
● विशेष उपलब्धियां राष्ट्रीय/राज्य/जिला/विद्यालय स्तर की भागीदारी के साथ छात्र द्वारा भरी जाएंगी और उपलब्धि के 'अन्य' क्षेत्र के लिए, छात्र उपलब्धि का नाम लिखेंगे (कोई भी उपलब्धि जो ड्रॉप डाउन में शामिल नहीं है) और स्तर का चयन करेंगे।
● छात्र विशेष उपलब्धि 1,2, 3 और 4 में एक से अधिक उपलब्धि दर्ज कर सकते हैं और तदनुसार स्तर का चयन कर सकते हैं।
● यदि छात्र को कोई चिकित्सीय समस्या है/कोई दवा उसके द्वारा ली जा रही है, तो जानकारी आवेदन पत्र में भरी जाएगी।
● मानदंडों और भरे गए विवरण के आधार पर, प्रत्येक जिले में 200 छात्रों (100 लड़कियों और 100 लड़कों) का चयन किया जाएगा।
● सभी चयनित 200 प्रतिभागी एक निश्चित दिन जिले के नोडल विद्यालय में प्रेरणा उत्सव में भाग लेंगे।
● अंतिम रूप से चयनित छात्रों को आवेदन में भरे गए विद्यालय /छात्र के संपर्क विवरण पर ईमेल/संदेश द्वारा सूचित किया जाएगा।
● यदि कोई छात्र तकनीकी समस्या के कारण आवेदन करने में असमर्थ है, तो वह जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय से संपर्क कर सकता है ताकि पोर्टल के माध्यम से आवेदन करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके।
पात्रता
देश के किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्र।
प्रतिभागियों हेतु चयन मानदंड:
तीन चरणों के प्रक्रिया के माध्यम से प्रत्येक जिले से 2 छात्रों (1 छात्र, 1 छात्रा) का चयन किया जाएगा।
चरण-I
- ● कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र व्यक्तिगत विवरण, विद्यालय विवरण, विशेष उपलब्धियों का विवरण देते हुए प्रेरणा पोर्टल पर एक ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से पंजीकरण करेंगे।
- ● मानदंडों, भरे गए विवरणों, विशेष उपलब्धियों के आधार पर, प्रत्येक जिले में 200 छात्रों (100 लड़कियों और 100 लड़कों) का चयन किया जाएगा।
चरण- II
- ● सभी चयनित 200 छात्रों को आवेदन में भरे गए विद्यालय /छात्र के संपर्क विवरण पर ईमेल/संदेश द्वारा सूचित किया जाएगा।
- ● चयनित 200 प्रतिभागी एक निश्चित दिन जिले के नोडल विद्यालय में प्रेरणा उत्सव में भाग लेकर विभिन्न माध्यमों से दिए गए विषय जैसे कि "मुझे प्रेरणा के लिए क्यों चुना जाना चाहिए" या "माई विजन ऑफ इंडिया @ 2047" आदि पर अपनी अभिव्यक्ति प्रदर्शित करेंगे।
- ● चयनित 200 छात्रों में से 30 छात्रों (15 लड़के और 15 लड़कियों) के चुनाव हेतु विशेषज्ञ समिति द्वारा चयनित छात्रों के विभिन्न अभिव्यक्तियों का मूल्यांकन उनके विषय वस्तु और प्रस्तुति के आधार पर किया जाएगा।
- ● छात्रों का कम से कम 50% ग्रामीण, 50% लड़कियों और अन्य सभी श्रेणियों के प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखते हुए चयन किया जाएगा।
- ● विशेष परिस्थितियों में असाधारण प्रतिभा वाले बच्चों को भी सीधे नामांकित किया जा सकता है।
चरण- III
- ● चरण II में चुने गए 30 छात्रों को जिले के ज.न.वि./के.वि. में व्यक्तिगत साक्षात्कार में भाग लेने हेतु आवेदन में भरे गए विद्यालय /छात्र के संपर्क विवरण पर ईमेल/संदेश द्वारा सूचित किया जाएगा।
- ● रिजर्व पैनल के लिए 02 छात्रों के साथ अंतिम 2 छात्रों (1 लड़का और 1 लड़की) का चयन व्यक्तिगत साक्षात्कार, उपलब्धियों, कार्यक्रम के लिए उनके व्यक्तित्व और उपयुक्तता के माध्यम से किया जाएगा।
- ● अंतिम रूप से चयनित छात्रों को आवेदन में भरे गए विद्यालय /छात्र के संपर्क विवरण पर ईमेल/संदेश द्वारा सूचित किया जाएगा।
- ● कार्यक्रम का विवरण, जिले में रिपोर्टिंग स्थल, कार्यक्रम की आवश्यकताएं आदि चयनित छात्रों और उनके संबंधित स्कूलों को सूचित की जाएंगी।
प्रेरणा, वडनगर, गुजरात में दिवस-वार कार्यक्रम और गतिविधियाँ
- प्रत्येक दिन की शुरुआत सचेतनता और ध्यान के लिए योग और प्राणायाम से होगी।
- नाश्ते के सत्र में कुछ मिशन लाइफ गतिविधियाँ भी शामिल होंगी जो सतत विकास पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेंगी।
- नाश्ते और मिशन लाइफ गतिविधियों के बाद, प्रत्येक सत्र एक संयुक्त और/या अलग विषय(विषयों) के साथ एक अनुभवात्मक शिक्षण सत्र प्रदान करेगा।
- शाम की गतिविधियों में नौका चालन, हेरिटेज वॉक, साइट विजिट, संगीत सत्र, फिल्म स्क्रीनिंग और चर्चाएं, छात्रों का प्रतिभा प्रदर्शन, स्वदेशी खेल, विज्ञान और खेल गतिविधियां, कहानी सुनाना आदि शामिल हो सकते हैं।
कुछ अनुकरणीय गतिविधियाँ:
शर्मिष्ठा झील, तानारीरी उद्यान, पुरातात्विक स्थल
यात्रा-पूर्व गतिविधि: कीड़ों, वनस्पतियों, वनजीव समूह और समुद्री जीवन में अब तक देखी गई विविधता की सूची बनाएं।
यात्रा के बाद की गतिविधि: यात्रा के बाद आपने जो विविधता देखी है उसकी सूची बनाएं।
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