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Wednesday, 16 October 2024

त्योहार (अक्टूबर) 2024

 


TULSI DAS 

 MAHARSHI VALMIKI 

  • 02सर्वपित्रू अमावस्या / सूर्य ग्रहण (वलयाकार)
  • 03नवरात्रि प्रारम्भ
  • 09सरस्वती आवाहन
  • 10सरस्वती पूजा
  • 11दुर्गा अष्टमी / महा नवमी
  • 12विजयादशमी / दशहरा
  • 13पापांकुशा एकादशी
  • 14गौण पापांकुशा एकादशी
  • 16कोजागर पूजा / शरद पूर्णिमा
  • 17तुला संक्रान्ति / आश्विन पूर्णिमा
  • 20करवा चौथ
  • 24अहोई अष्टमी
  • 28गोवत्स द्वादशी / रमा एकादशी
  • 29धनतेरस
  • 30काली चौदस
  • 31नरक चतुर्दशी



श्री राम के दादा परदादा का नाम क्या था?

1 - ब्रह्मा जी से मरीचि हुए,
2 - मरीचि के पुत्र कश्यप हुए,
3 - कश्यप के पुत्र विवस्वान थे,
4 - विवस्वान के वैवस्वत मनु हुए.वैवस्वत मनु के समय जल प्रलय हुआ था,
5 - वैवस्वतमनु के दस पुत्रों में से एक का नाम इक्ष्वाकु था, 
इक्ष्वाकु ने अयोध्या को अपनी राजधानी बनाया और इस प्रकार इक्ष्वाकु कुलकी स्थापना की |
6 - इक्ष्वाकु के पुत्र कुक्षि हुए,
7 - कुक्षि के पुत्र का नाम विकुक्षि था,
8 - विकुक्षि के पुत्र बाण हुए,
9 - बाण के पुत्र अनरण्य हुए,
10- अनरण्य से पृथु हुए,
11- पृथु से त्रिशंकु का जन्म हुआ,
12- त्रिशंकु के पुत्र धुंधुमार हुए,
13- धुन्धुमार के पुत्र का नाम युवनाश्व था,
14- युवनाश्व के पुत्र मान्धाता हुए,
15- मान्धाता से सुसन्धि का जन्म हुआ,
16- सुसन्धि के दो पुत्र हुए- ध्रुवसन्धि एवं प्रसेनजित,
17- ध्रुवसन्धि के पुत्र भरत हुए,
18- भरत के पुत्र असित हुए,
19- असित के पुत्र सगर हुए,
20- सगर के पुत्र का नाम असमंज था,
21- असमंज के पुत्र अंशुमान हुए,
22- अंशुमान के पुत्र दिलीप हुए,
23- दिलीप के पुत्र भगीरथ हुए, 
भागीरथ ने ही गंगा को पृथ्वी पर उतारा था.भागीरथ के पुत्र ककुत्स्थ थे |
24- ककुत्स्थ के पुत्र रघु हुए, 
रघु के अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी नरेश होने के कारण उनके बाद इस वंश का नाम रघुवंश हो गया, 
तब से श्री राम के कुल को रघु कुल भी कहा जाता है |
25- रघु के पुत्र प्रवृद्ध हुए,
26- प्रवृद्ध के पुत्र शंखण थे,
27- शंखण के पुत्र सुदर्शन हुए,
28- सुदर्शन के पुत्र का नाम अग्निवर्ण था,
29- अग्निवर्ण के पुत्र शीघ्रग हुए,
30- शीघ्रग के पुत्र मरु हुए,
31- मरु के पुत्र प्रशुश्रुक थे,
32- प्रशुश्रुक के पुत्र अम्बरीष हुए,
33- अम्बरीष के पुत्र का नाम नहुष था,
34- नहुष के पुत्र ययाति हुए,
35- ययाति के पुत्र नाभाग हुए,
36- नाभाग के पुत्र का नाम अज था,
37- अज के पुत्र दशरथ हुए,
38- दशरथ के चार पुत्र राम, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न हुए |
इस प्रकार ब्रह्मा की उन्चालिसवी (39) पीढ़ी में
 श्रीराम का जन्म हुआ |
.........................................

1:~लंका में राम जी = 111 दिन रहे।
2:~लंका में सीताजी = 435 दिन रहीं।
3:~मानस में श्लोक संख्या = 27 है।
4:~मानस में चोपाई संख्या = 4608 है।
5:~मानस में दोहा संख्या = 1074 है।
6:~मानस में सोरठा संख्या = 207 है।
7:~मानस में छन्द संख्या = 86 है।
8:~सुग्रीव में बल था = 10000 हाथियों का।
9:~सीता रानी बनीं = 33वर्ष की उम्र में।
10:~मानस रचना के समय तुलसीदास की उम्र = 77 वर्ष थी।
11:~पुष्पक विमान की चाल = 400 मील/घण्टा थी।
12:~रामादल व रावण दल का युद्ध = 87 दिन चला।
13:~राम रावण युद्ध = 32 दिन चला।
14:~सेतु निर्माण = 5 दिन में हुआ।
15:~नलनील के पिता = विश्वकर्मा जी हैं।
16:~त्रिजटा के पिता = विभीषण हैं।
17:~विश्वामित्र राम को ले गए =10 दिन के लिए।
18:~राम ने रावण को सबसे पहले मारा था = 6 वर्ष की उम्र में।
19:~रावण को जिन्दा किया = सुखेन बेद ने नाभि में अमृत रखकर।
..............................................





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World Food Day-October 16


Vishv Khady Divas, also known as World Food Day, is celebrated on October 16 each year. 

The day is dedicated to promoting awareness about global hunger and advocating for food security and sustainable food systems.

 It was first established by the Food and Agriculture Organization (FAO) of the United Nations in 1979.


  • आज के दिन मनाया जाता है विश्व खाद्य दिवस, इसे पिछले 74 सालों से मनाया जा रहा है।
  • इसकी शुरुआत 1945 में संयुक्त राष्ट्र ने की थी इसे प्रतिवर्ष 16 अक्टूबर को मनाया जाता है। 
  • इस दिवस को मानने का उद्देश्य केवल इतना है की पुरे विश्व में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए और इसके प्रति लोगो को जागरूक कर, ये बताना है की सभी को पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है, 
  • तो खाना बिल्कुल भी बरबाद न करें।
  • आपको बता दें की विश्व में आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो भूखमरी से जूझ रहे हैं। 
  • एक रिसर्च में पता चला है की विश्व की आबादी वर्ष 2050 तक नौ अरब  हो जाएगी। 
  • जिसमें  से 80 फीसदी लोग विकासशील देशों में रहेंगे। 
  • तो ऐसे में बड़ा सवाल ये है की हमें एक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
  •  वरना आने वाले समय में भुखमरी बढ़ेगी। 
  • दुनिया में आज भी ऐसे कई घर है जहां खाना खूब बर्बाद किया जाता है। 
  • जबकि ऐसे भी लोग है जिन्हें एक वक़्त का खाना भी नसीब नहीं होता है।

क्या है इसका उद्देश्य ?

  • आपको बता दें की विश्व खाद्य दिवस’ का मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया से भुखमरी को खत्म करना है। 
  • आज भी विश्व में करोड़ों लोग ऐसे है जो भुखमरी के शिकार हैं। 
  • गर हम वर्तमान समय की बात करें तो यह बहुत आवश्यक हो गया है कि पुरे विश्व से भुखमरी को मिटाने के लिए अत्याधुनिक तरीके से खेती की जाये और बर्बाद होने से पहले उसे भूखे लोगों तक पहुंचाया जाए।
  • ‘विश्व खाद्य दिवस’ का उद्देश्य खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ाने है और साथ ही विकासशील देशों के मध्य तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग बढ़ाना और विकसित देशों से आधुनिक तकनीकी मदद उपलब्ध कराना है।
  • हालांकि संयुक्त राष्ट्र की तमाम संस्थाओं द्वारा विकासशील देशों में ग़रीबी एवं भूखमरी से निपटने के लिए तमाम प्रयास भी शुरू किए गए हैं।

कौन से देश है भुखमरी के शिकार ?

  • एक तरफ दुनिया में ऐसे बहुत से लोग है जिनके घरों में,होटलों में,शादी-ब्याह और पार्टियों में बहुत ज्यादा खाना बर्बाद होता है और फेंक दिया जाता है। 
  • वहीं दूसरी ओर बहुत बड़ी तादाद में ऐसे लोग है जिनको एक जून की रोटी के भी लाले पड़े हैं।
  • एक रिपोर्ट में ये दवा किया है की पूरी दुनिया में जितने लोग भुखमरी के शिकार होते हैं, उनमें से एक चौथाई लोग सिर्फ भारत में रहते हैं। 
  • तो आइये आपको बताते है की कौन से देश भयानक गरीबी झेलने वाले है इथोपिया, सूडान, कांगो, नाइजीरिया और दूसरे अफ्रीकी देश भी शामिल हैं। 
  • भुखमरी में गिरावट की अवधि के बाद भी, एक बार फिर विश्व में भूखमरी बढ़ रही है। विश्व वर्ष 2018 की रिपोर्ट की बात करें तो 
  • आज भी 821 मिलियन लोग जीर्ण कुपोषण से पीड़ित हैं। जबकि लाखों भूख से पीड़ित है और 672 मिलियन लोग मोटापे से पीड़ित हैं। 
  • हम सब मिलकर इसे बदल सकते हैं।

क्या है हल ?

  • भूखमरी की वैश्विक समस्या को हम तब हल कर सकते है, जब हम कृषि उत्पादन को और बढ़ा सके और ये तभी संभव है जब खाद्यान्न सुरक्षा को लेकर सभी लोग हर समय, पर्याप्त, सुरक्षित और पोषक तत्वों से युक्त खाद्यान्न ले, जो उनकी आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सके। 
  • साथ ही आप ये तो जानते ही है की कुपोषण का रिश्ता ग़रीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, आदि से भी है।
  • इसलिए कई मोर्चों पर एक साथ मजबूत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना होगा तभी हम इससे लड़ पाएंगे। 
  • इस बात का भी ध्यान रखे की अगर आप कहीं भी बाहर खाना खाने जाए, तो नियमित मात्रा में ही खाना ले और उसे बर्बाद न करें।

FAO

FOOD IS FUNDAMENTAL RIGHT 

WEBDUNIYA SAMACHAR 

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Tuesday, 15 October 2024

Dr. APJ Abdul Kalam


Born15 October 1931 · RameswaramMadras PresidencyBritish India (modern–day Tamil NaduIndia)
Died27 July 2015 (aged 83) · ShillongMeghalayaIndia

1. Dr. APJ Abdul Kalam Biography 

in Hindi 

By Gulzar Saab Motivational Story

Dr. Apj Abdul Kalam Biography in Hindi. Dr. Kalam was born on 15 October 1931. He is a Great Indian Scientist and also known as the Missile Man Of India.From 2002 to 2007 he became 11th president of India.Mr. Kalam Always Inspires everyone by his work, Passion, Vision, Thoughts, devotion, and Quotes. This Biography is narrated By Mr. Gulzar Sahab.

2. Dr. APJ Abdul Kalam Speech For Students 

3.Abdul Kalam Sayings || Kalam Quotes || Great Indian

4. apj abdul kalam status

5.APJ Abdul Kalam Inspiring Speech on India at the European Parliament

6.  BIOPIC IN 5 MINUTES 

7. Abdul Kalam, Designing a Fighter Jet: Learn English (IND) - Story for Children "BookBox.com"

(1) BookBox Hindi - YouTube

Righteousness to Peace 

Class V and VI will watch the Clips sent on the

 WhatsApp group and tell the same in Library class. 

All Students will write reviews in their Library Notebooks.

OR

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Sunday, 13 October 2024

Consumer Awareness

Consumer Awareness 

 Consumer Awareness (jagograhakjago.gov.in)


eFiling 

(Consumer Commission)

Consumer Commission E-Filing Application (edaakhil.nic.in)

Saturday, 12 October 2024

Vijaydashmi

 




श्री राम के दादा परदादा का नाम क्या था?

1 - ब्रह्मा जी से मरीचि हुए,
2 - मरीचि के पुत्र कश्यप हुए,
3 - कश्यप के पुत्र विवस्वान थे,
4 - विवस्वान के वैवस्वत मनु हुए.वैवस्वत मनु के समय जल प्रलय हुआ था,
5 - वैवस्वतमनु के दस पुत्रों में से एक का नाम इक्ष्वाकु था, 
इक्ष्वाकु ने अयोध्या को अपनी राजधानी बनाया और इस प्रकार इक्ष्वाकु कुलकी स्थापना की |
6 - इक्ष्वाकु के पुत्र कुक्षि हुए,
7 - कुक्षि के पुत्र का नाम विकुक्षि था,
8 - विकुक्षि के पुत्र बाण हुए,
9 - बाण के पुत्र अनरण्य हुए,
10- अनरण्य से पृथु हुए,
11- पृथु से त्रिशंकु का जन्म हुआ,
12- त्रिशंकु के पुत्र धुंधुमार हुए,
13- धुन्धुमार के पुत्र का नाम युवनाश्व था,
14- युवनाश्व के पुत्र मान्धाता हुए,
15- मान्धाता से सुसन्धि का जन्म हुआ,
16- सुसन्धि के दो पुत्र हुए- ध्रुवसन्धि एवं प्रसेनजित,
17- ध्रुवसन्धि के पुत्र भरत हुए,
18- भरत के पुत्र असित हुए,
19- असित के पुत्र सगर हुए,
20- सगर के पुत्र का नाम असमंज था,
21- असमंज के पुत्र अंशुमान हुए,
22- अंशुमान के पुत्र दिलीप हुए,
23- दिलीप के पुत्र भगीरथ हुए, 
भागीरथ ने ही गंगा को पृथ्वी पर उतारा था.भागीरथ के पुत्र ककुत्स्थ थे |
24- ककुत्स्थ के पुत्र रघु हुए, 
रघु के अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी नरेश होने के कारण उनके बाद इस वंश का नाम रघुवंश हो गया, 
तब से श्री राम के कुल को रघु कुल भी कहा जाता है |
25- रघु के पुत्र प्रवृद्ध हुए,
26- प्रवृद्ध के पुत्र शंखण थे,
27- शंखण के पुत्र सुदर्शन हुए,
28- सुदर्शन के पुत्र का नाम अग्निवर्ण था,
29- अग्निवर्ण के पुत्र शीघ्रग हुए,
30- शीघ्रग के पुत्र मरु हुए,
31- मरु के पुत्र प्रशुश्रुक थे,
32- प्रशुश्रुक के पुत्र अम्बरीष हुए,
33- अम्बरीष के पुत्र का नाम नहुष था,
34- नहुष के पुत्र ययाति हुए,
35- ययाति के पुत्र नाभाग हुए,
36- नाभाग के पुत्र का नाम अज था,
37- अज के पुत्र दशरथ हुए,
38- दशरथ के चार पुत्र राम, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न हुए |
इस प्रकार ब्रह्मा की उन्चालिसवी (39) पीढ़ी में
 श्रीराम का जन्म हुआ |
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1:~लंका में राम जी = 111 दिन रहे।
2:~लंका में सीताजी = 435 दिन रहीं।
3:~मानस में श्लोक संख्या = 27 है।
4:~मानस में चोपाई संख्या = 4608 है।
5:~मानस में दोहा संख्या = 1074 है।
6:~मानस में सोरठा संख्या = 207 है।
7:~मानस में छन्द संख्या = 86 है।
8:~सुग्रीव में बल था = 10000 हाथियों का।
9:~सीता रानी बनीं = 33वर्ष की उम्र में।
10:~मानस रचना के समय तुलसीदास की उम्र = 77 वर्ष थी।
11:~पुष्पक विमान की चाल = 400 मील/घण्टा थी।
12:~रामादल व रावण दल का युद्ध = 87 दिन चला।
13:~राम रावण युद्ध = 32 दिन चला।
14:~सेतु निर्माण = 5 दिन में हुआ।
15:~नलनील के पिता = विश्वकर्मा जी हैं।
16:~त्रिजटा के पिता = विभीषण हैं।
17:~विश्वामित्र राम को ले गए =10 दिन के लिए।
18:~राम ने रावण को सबसे पहले मारा था = 6 वर्ष की उम्र में।
19:~रावण को जिन्दा किया = सुखेन बेद ने नाभि में अमृत रखकर।
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CPD-50HRS

History of CPD

Objectives of continuous Professional development:

To sensitize teachers to exhibit and inculcate ethics and human and constitutional values like empathy, respect for others, cleanliness, courtesy, democratic spirit, spirit of service, respect for public property, scientific temper, liberty, responsibility, pluralism, equality, and justice among students;

  1. ● To enable teachers to re-conceptualize citizenship education in terms of human rights and critical pedagogical approaches; emphasize the environment and its protection, living in harmony with one’s natural and social environment; and promote skills for a peaceful and democratic way of life; 
  2.  ● To equip teachers to become informed and responsive to the social, emotional, and psychological needs of students as first-level  counselors; 
  3.  ● To educate teachers to use art as pedagogy to enhance creativity and innovation among students; and strengthen their personal social qualities for their holistic development; 
  4.  ● To upgrade teachers for the creation of an enabling and enriching inclusive classroom environment and to help them create a healthy and safe school environment; 
  5.  ● To orient teachers to practice multidisciplinarity and holistic education across the sciences, social sciences, arts, humanities, and sports in order to ensure the unity and integrity of all kinds of knowledge; ● To provide orientation towards the integration of competency based learning, experiential learning, art-integrated learning, sports-integrated learning, toy-based learning and ICT in teaching, learning, and assessment for the improvement in learning outcomes of the students; 
  6.  ● To educate teachers to promote multilingualism and the power of language in teaching and learning processes; 
  7.  ● To facilitate teachers for promoting life skills, such as communication, cooperation, teamwork, and resilience during interactions with students; 
  8.  ● To sensitize teachers to respect diversity, such as gender, caste, religion, socio-economic status and the local context as a professional for lifelong learning;
  9. ● To facilitate teachers to practice a rootedness and pride in India, and its rich, diverse, ancient and modern culture and knowledge systems and traditions; 
  10.  ● To prepare teachers to adopt activity-based teaching-learning processes and move away from rote learning to competency-based  learning; 
  11.  ● To equip teachers to develop stress-free school-based assessment focussed on the development of competencies; 
  12.  ● To educate teachers and school heads on new initiatives in school education and implement them in their school; 
  13.  ● To transform heads of schools into providing academic and administrative leadership for the schools for fostering new initiatives; 
  14.  ● To make teacher competent to explore, reflect on and develop one’s own practice; 
  15.  ● To orient teachers to deepen one’s knowledge and update oneself about one’s academic discipline or other areas of school curriculum including twenty-first century teaching skills and competencies; 
  16.  ● To enable teachers to research and reflect on learners and their education for improvement of learning outcomes of the students; 
  17.  ● To prepare teachers for assuming other roles that are professionally linked to school education or teaching, such as development of e-content and other digital resources, curriculum, textbook development and other community engagement activities, etc.; 
  18.  ● To help teachers come out of their intellectual isolation and share their experiences and insights with others in the field, both teachers and academians working in the area of specific disciplines as well as intellectuals in the immediate and wider society through academic participation via offline as well as online mode;
  19. ● To provide orientation to teachers towards the use of innovative child-centric teaching-learning strategies aiming at enabling students to learn ‘how to learn’ and to construct knowledge on the basis of their own observations, experiences, analysis and reflection; 
  20.  ● To motivate teachers and head teachers to engage and to promote self-regulated professional development practices for teachers and head teachers; and 
  21.  ● To upgrade teachers about educational and social issues of local and global concerns and act accordingly.



Designing Continuous Professional Development for Teachers and School Leaders,
  • Planning of Continuous Professional Development Opportunities Module 
  • Development Implementation of Face-to-Face Mode 
  • Implementation of Online/Open and Distance Mode Courses 
  • Digital Repository of Resource Persons 
  • Annual Continuous Professional Development Calendar  
  • Continuous Assessment during Face-to-Face Workshops, 
  • Follow-up and Portfolio Assessment 
  • Financial Support and Sources of Other Academic Activities 
  • Continuous Professional Development Portfolio 

Section A: 

Suggested Mode for Continuous Professional Development of Teachers and Head Teachers 

  •  Face-to-Face mode 
  •  Online Mode and Distance Mode 
  •  Other Continuous Professional Development Activities 
  • Assessment Parameters Assessment Mechanism 

 Section B: 

Suggested Mode for Continuous Professional Development of Teacher Educators 

  • Face-to-Face mode 
  •  Online Mode and Distance Mode 
  •  Other Continuous Professional Development 
  •  Activities Assessment Parameters Assessment Mechanism 



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JADUI PITARA FOR3-8 YEARS







NCERT and Amazon

 Shri Dharmendra Pradhan presides over signing of Letter of Engagement between NCERT and Amazon NCERT to triple-fold publication of books by publishing 15 crore books for next academic session (2025-26)– 

Shri Dharmendra Pradhan Books will be made available at MRP across nearly 20,000 pin codes nationwide– 

Shri Dharmendra Pradhan MoU will ensure access to original NCERT textbooks on major e-commerce platforms 

Shri Dharmendra Pradhan lauds NCERT’s partnership with Amazon, calls it a step towards enhancing ease of living and accessibility to education 

Posted On: 07 OCT 2024 6:57PM by PIB Delhi Union Minister for Education, Shri Dharmendra Pradhan, presided over the signing of the Letter of Engagement (LoE) today between NCERT and Amazon Seller Services Pvt Ltd. 

This is the first such tie-up, which will ensure access to original NCERT textbooks at the printed price on major e-commerce platforms. Secretary, Department of School Education and Literacy (DoSEL), Shri Sanjay Kumar; Joint Secretary, (DoSEL), Smt. Prachi Pandey; Director, NCERT, Prof. Dinesh Prasad Saklani; Vice President, Amazon, Shri Saurabh Shrivastava; Director, Public Policy, Amazon, Shri Aman Jain, other dignitaries and officials were also present at the event.

NCERT textbooks of all grades shall be made available on the Amazon NCERT storefront (http://amazon.in/ncert), which was also launched today. The textbooks shall be retailed at a price not more than the rate printed on the textbooks. Only original NCERT textbooks shall be retailed on this platform, thereby helping curb the sale of pirated NCERT textbooks. Amazon will help NCERT monitor and take down unauthorized sellers who distribute counterfeit or overpriced books. Through Amazon's vast delivery network, students and schools, even in the most remote areas, will be able to purchase textbooks at the prescribed prices. This would address the challenges of supply gaps, delayed availability, and regional shortages of textbooks, ensuring equitable access to education.

AMAZON


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Let's move forward

 The comic book was developed jointly by NCERT and UNESCO New Delhi is designed to be an interactive and educational tool to compliment the implementation of The School Health and Wellness Programme under 

Ayushman Bharat.

 CLICK ON THE BOOK TO READ 



20 QUOTATIONS FOR LIBRARY -SCHOOL DISPLAY


1. जब भी आप एक अच्छी किताब पढ़ते हैं ,

 तो कहीं न कहीं दुनिया में आपके लिए रोशनी का एक दरवाजा खुल जाता है |

2अच्छी पुस्तकें जीवंत देव प्रतिमाएं हैं

इनकी अराधना से तत्काल प्रकाश और उल्लास मिलता है |

3.एक अच्छी किताब मनुष्य का पूरा जीवन बदलने में सक्षम होती है |

4.सुनहरा भविष्य बनाने के लिए पुस्तकों से मित्रता करना अनिवार्य होता है |

5.सबकी आँखों में कुछ खूबसूरत ख्व़ाब हैं

ये दुनिया लाइब्रेरी , हर शख्स किताब है |

6.बहुत से ऐसे माध्यम हैं जिनके द्वारा बच्चों की दुनिया को व्यापक बना सकते है

उनमें सबसे अच्छा विकल्प अच्छी किताबों के प्रति लगाव पैदा करना हैं. जैकलीन कैनेडी ओनासिस

7.याद रखिए: एक पुस्तक, एक कलम, एक बालक और एक टीचर दुनिया बदल सकते हैं।” – मलाला युसफजई

8. अगर आपके पास एक बगीचा और एक पुस्तकालय हैं तो आपके पास वह सब कुछ हैं जिसकी आपको जरूरत हैं. मार्कस टुलीयस सिसरो

9. अच्छी किताब पढ़ने का मतलब हैं विगत सदी की महान हस्तियों के साथ वार्तालाप करना डेसकार्टेस

10. कभी टूटते हैं तो कभी बिखरते हैं, विपत्तियों से ही इंसान ज्यादा निखरते हैं !

.......................................

1. I HAVE ALWAYS IMAGINED THAT PARADISE WILL BE A KIND OF A LIBRARY. 
JORGE LUIS BORGES
2. NOTHING IS PLEASANTER THEN EXPLORING A LIBRARY – 
WALTER SAVAGE LANDOR
3. THE ONLY THING THAT YOU ABSOLUTELY HAVE TO KNOW, IS THE LOCATION OF A LIBRARY – 
ALBERT EINSTEIN
4 . WHEN IN DOUBT, GO TO THE LIBRARY - 
J K ROWLING
5. I HAVE FOUND THE MOST VALUABLE THING IN MY WALLET, IS MY LIBRARY CARD – 
LAURA BUSH
6. LIBRARIES ALWAYS REMIND ME THAT , THERE ARE GOOD THINGS IN THE WORLD – LAURENWARD
7. YOUR LIBRARY IS YOUR PARADISE – DESISERIUS ERASMUS
8.  LIBRARY IS A TEMPLE OF LEARNING – 
M K GANDHI
9. BOOK LOVERS NEVER GO TO BED ALONE.
10 .KNOWLEDGE IS FREE AT THE LIBRARY. JUST BRING YOUR OWN CONTAINER.

साक्ष्य | SAKSH-School As Knowledge & Skill Hub- CBSE

 User Manual for School As Knowledge & Skill Hub Porta

Skill Education and Training

The Board offers 18 Skill subjects at Secondary level and 38 Skill Subjects at Senior Secondary level to upgrade the proficiency of the young generation and also to provide them awareness to explore various career options.

New Skill Subjects

Beginning April 2020, New Batch in Physical Activity Trainer in class X and Artificial Intelligence in class XII was introduced.

Skill Modules in classes VI/VII/VIII

Skill Modules of 12 hours duration have also been introduced at Middle school level in April 2020 in:

      • Artificial Intelligence
      • Beauty & Wellness
      • Design Thinking
      • Financial Literacy
      • Information Technology
      • Travel & Tourism
      • Marketing/ Commercial Application
      • Mass Media
      • Handicrafts

Friday, 11 October 2024

PHYSICAL ACTIVITY TRAINER IX-X-XI-XII SKILL SUBJECT

 CBSE 

DEPARTMENT OF SKILL EDUCATION 

                                           Introducing Skill Subjects/Skill Modules

 CURRICULUM FOR SEC. SESSION 2024-2025

CLASS – IX-X

COURSE NAME-

Physical Activity Trainer -Subject Code- 418

  BOOK & JOB ROLE: 

Early Years Physical Activity Facilitator -CLASS-IX

Early Years Physical Activity Facilitator -CLASS-X

CBSE Class IX Book PDF

CBSE Class -x Book PDF

YouTube Lectures 

cbse sample paper physical activity trainer 418 term 2 fully solved

SQP_MS_X/418_PAT_SQP.pdf

......................................

 CURRICULUM FOR SR. SEC.SESSION 2024-2025  

COURSE NAME- Physical Activity Trainer (NEW) 

Subject Code- 845 

JOB ROLE: 

PRIMARY YEARS PHYSICAL ACTIVITY FACILITATOR 

 CLASS – XI & XII

Read Physical Activity Trainer Class- XI-PDF BOOK

Read Primary Years Physical Activity Facilitator  Class -XII-1 PDF BOOK 

YouTube Lectures 


 FACULTY :

QUALIFICATIONS FOR APPOINTMENT 

OF TEACHERS FOR VARIOUS SKILL COURSES 

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COURSE OVERVIEW 

  • Physical Education Assistant (Primary Years) works in a primary school, an apartment and clubs to teach basic sports to build sports skills and fitness for children up to the age of 12 years. 
  • He/she is involved in conducting play activities, coaching, mentoring and training children at primary level. 
  • Physical fitness is considered a measure of the body’s ability to function efficiently, effectively and without injury in work and leisure activities. 
  • The responsibilities of the individual include the implementation and delivery of an appropriately broad, balanced, relevant and differentiated physical education curriculum for students and preparing and inducting students for competitive sports. 
  • S/he needs to ensure that students are physically active within the physical education class.


COURSE OUTCOMES: 

On completion of the course, students should be able to: 1. Apply effective oral and written communication skills to interact with people and customers 2. Identify the principal components of a computer system 3. Demonstrate the basic skills of using a computer 4. Demonstrate self-management skills 5. Demonstrate the ability to provide a self-analysis in context of entrepreneurial skills and abilities 6. Demonstrate the knowledge of the importance of physical activity in child development 7. Demonstrate the knowledge of hygiene and safety 8. Demonstrate the application of Ms. Excel in maintenance of records 9. Describe the purpose of emergency management 10. Follow steps for maintaining health and hygiene in the play area .11. Demonstrate the knowledge of the importance of green skills in meeting the challenges of sustainable development and environment protection and perform assessment and evaluation of students


(Blue-print for Sample Question Paper for Class XII (Session 2023-2024))

SQP_MS_XII/845_PAT_SQP.pdf

SQP XII HALFYEARLY 

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Thursday, 10 October 2024

Ministry of Skill Development and Entrepreneurship

 The Ministry is responsible for co-ordination of all Skill Development efforts across the country, removal of disconnect between demand and supply of skilled manpower, building the vocational and technical training framework, skill up-gradation, building of new skills and innovative thinking not only for existing jobs but also jobs that are to be created.

The Ministry aims to skill on a large scale with speed and high standards in order to achieve it's vision of a 'Skilled India'.

It is aided in these initiatives by its functional arms ÔÇô Directorate General of Training (DGT), National Council for Vocational Education and Training (NCVET), National Skill Development Corporation (NSDC), National Skill Development Fund (NSDF) and 37 Sector Skill Councils (SSCs) as well as 33 National Skill Training Institutes (NSTIs/NSTI(w)), about 15000 Industrial Training Institutes (ITIs) under DGT and 187 training partners registered with NSDC. The Ministry also intends to work with the existing network of Skill Development centres, universities and other alliances in the field. Further, collaborations with relevant Central Ministries, State governments, international organizations, industry and NGOs have been initiated for multi-level engagement and more impactful implementation of Skill Development efforts.

Vision Statement 2025

ÔÇ£Unlock human capital to trigger a productivity dividend and bring aspirational employment and entrepreneurship pathways to allÔÇØ

MSDEÔÇÖs Vision 2025 adopts an ecosystem-enabling lens to transition India to a high-skills equilibrium and help create positive outcomes for individuals, enterprises and the economy. The three outcomes to be achieved through vision:

  • Enable individual economic gains and social mobility;
  • Create a skills market that is learner-centric and demand-driven; and
  • Facilitate aspirational employment and entrepreneurship generation, improve overall productivity for enterprises, and catalyse economic growth.

Agriculture Skill Council of India (ASCI)

 The Agriculture Skill Council of India (ASCI) is a Section 8 Not-for-profit concern working under the aegis of the Ministry of Skill Development & Entrepreneurship (MSDE). ASCI works towards capacity building by bridging gaps and upgrading the skills of farmers, wage workers, self-employed & extension workers engaged in organized / unorganized segments of Agriculture & Allied Sectors.

ASCI | Agriculture Skill Council of India (asci-india.com)

ASCI is contributing to nation-building through Skill Development in Agriculture, especially at times when the country's agriculture is experiencing stagnant growth, exodus of quality manpower to other sectors, changing climate with increased variability in production parameters, and transformations in international agriculture markets that are especially too much subsidized challenging the competitiveness of Indian Agriculture.

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