मेरा पूरा विश्वास है की जिस बच्चे क़े अभिभावक और शिक्षक अगर बच्चे में Literacy और Numeracy की उनके कक्षा क़े अनुसार दक्षता सुनिश्चित कर दें तो बच्चा स्वं ही अपनी रूचि का विषय भी तलाश सकता है और अपने करियर में भी शिखर ( रिसर्च / नवाचार) तक पहुंच भी सकता है.
बच्चों में Literacy और Numeracy की कक्षा 1-5 तक बेसिक से FLN तक की समझ विकसित न होने क़े कारण ही बच्चे क्लास 6 से पढ़ाई में अपनी रूचि खोने लगते हैं, उधर वह बड़ा भी हो रहा है तो teenage का प्रभाव शुरू हो जाता है.
निर्धारित उम्र में निश्चित Competencies न होने क़े कारण जहाँ उसे अच्छी हॉबीज जैसे फिक्शन रीडिंग, आर्ट क्राफ्ट, कलीग्राफ़िक राइटिंग, साइंस, सोशल साइंस मॉडल्स मेकिंग book रीडिंग ........आदि जो भी पढ़ाई और गणना से सम्बंधित एक्टिविटीज हैं, में समय गुजरना चाहिए था, वह इसके स्थान पर बाहर क़े दोस्त जो लगभग उसी जैसे हैं, उनकी तलाश कर लेता है, फिर वो सब मिल कर समय की बर्बादी, कोई गैरजिम्मेदार हरकत, या कोई हमेशा चलने वाला खेल, जिसमे सिखने क़ो कुछ न मिले... जैसी एक्टिविटीज पकड़ लेते हैं.
NEP 2020 में इस बात का ख्याल रखा जा रहा है की शिक्षक और स्कूलों बच्चों में प्राइमरी वर्ग तक FLN तो सुनिश्चित कर दें.
FLN पर बहुत जोर दिया जा रहा है आजकल ,जबकि ये किसी भी शिक्षा पद्धति का मूल मन्त्र रहना होता है.
Decimal Counting
Roman Counting
Hindi Counting
Binary Numbers
Hindi & English calendar systems
Shapes and Patterns...........etc.
ताकि वह अपने विषयों क़ो एन्जॉय कर सके.....
जैसे ही पढ़ाई से रस ख़तम हुआ बच्चा दुसरे रास्ते तलाश करना शुरू कर देता है.
अब यह आप पर है आप उसे कोनसे रास्ते पर ले जाते हैं या वो स्वं जाता है.
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Fluency in Literacy & Numeracy.
Qualified in Literacy & Numeracy.
QLN Class IX-XII
Advance Literacy & Numeracy.
ALN-Collage.
And Lastly:
Researchers Literacy & Numeracy.
RLN. - PhD.
बस BLN से FLN तक ही बच्चे की ऊँगली पकड़नी होती है आगे वह स्वं कर लेता है.
NEP में इसीलिए इसे फाउंडेशनल और प्रिपरेटरी बोला गया है.
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