सुनो कविता - बुनो कविता ! : "हिन्दी जन की भाषा है”

कक्षा - vi से viii के सभी विध्यार्थी इस कविता को पूर्ण करें
और -४ साइज़ शीट पर 15 दिनों में जमा करें
और इनाम के हक़दार बनें
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शीर्षक : "हिन्दी जन की भाषा है”
1. हिन्दू मुस्लिम
सिक्ख इसाई
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- भारत में सब भाई-भाई
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ऐसी मेरी अभिलाषा है
- यहाँ हिन्दी जन
की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन
की भाषा है.
- 2.
अलग प्रान्त
हैं अलग हैं बोली
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- पर हिन्दी, सबकी बड़ बोली
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ऐसी मेरी अभिलाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
- 3. राजनीति और धर्म को भूलो
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- बस ! बस, हिन्दी का दामन
छू लो
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- ऐसी मेरी अभिलाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
- 4
अंग्रेजी से बैर नहीं है
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- ऊर्दू फारसी भी गैर नहीं
है
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा
है
- यहाँ हिन्दी जन
की भाषा है.
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- 5......................................
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
6..........................
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
7........................
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
8........................
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
9...........................
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
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- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है
- यहाँ हिन्दी जन की भाषा है.
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और इस प्रकार विद्यालय पत्रिका हेतु भी
आप स्व रचित कविता तैयार कर सकते हैं .....
उत्तम लेखन को पत्रिका में छपने पर
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