PAGES

Sunday, 24 August 2025

POTENTIALLY IMPACTFULL IDEAS:

1. A TEACHER IS ONLY ONE PROFESSION OF HIS SUBJECTS. 

WHAT ALL POSSIBLE PROFESSIONS ARE AVAILABLE IN HIS SUBJECTS?

AND 

HOW TO REACH THERE? 

SHOULD BE TOLD TO STUDENTS 

BY 

THE SUBJECT TEACHERS  THEMSELVES.



STUDENTS MUST ASK THIS QUESTION TO THEIR TEACHERS 

SIR !

WHAT AND HOW I GET TOP POSITIONS IF I TAKE UP STUDIES OF YOUR SUBJECT?

BLOG FOR KVS SCHOOL STUDENTS: Navigating life after school- 500 CAREER CARDS

Friday, 22 August 2025

बुक रिव्यू- हम जैसा सोचेंगे, वैसे ही बनेंगे:

 किताब- द पावर ऑफ योर सबकॉन्शस माइंड: जोसेफ मर्फी


पहचानें सबकॉन्शस माइंड की ताकत, खुद से हमेशा अफर्मेटिव वाक्य बोलें- ‘आई कैन डू इट’


किताब- द पावर ऑफ योर सबकॉन्शस माइंड

(विश्वप्रसिद्ध और बेस्टसेलर किताब ‘द पावर ऑफ योर सबकॉन्शस माइंड’ का हिन्दी अनुवाद)

लेखक- जोसेफ मर्फी

प्रकाशक- प्रभात प्रकाशन

अनुवाद- राजेंद्र कुमार राज

मूल्य- 350 रुपए

'द पावर ऑफ योर सबकॉन्सियस माइंड' जोसेफ मर्फी द्वारा लिखी गई एक विश्व-प्रसिद्ध सेल्फ-हेल्प किताब है। मर्फी एक मनोवैज्ञानिक लेखक थे और अध्यात्म में भी उनकी गहरी रुचि थी। अध्यात्म को समझने के लिए वे भारत आए और लंबे समय तक साधु-संतों के साथ रहे।

जोसेफ मर्फी अपनी इस किताब में अवचेतन मन की शक्ति को समझने और उसके जरिए जिंदगी में पॉजिटिव बदलाव के बारे में बात करते हैं। साथ ही विज्ञान और आध्यात्म के संयोजन से जिंदगी को बेहतर बनाने की बात करते हैं।\

पुस्तक का उद्देश्य  : किताब का उद्देश्य यह समझाना है कि हमारा अवचेतन मन हमारी सोच और विश्वास का आधार है। अगर हम सही दिशा में सोचने की आदत डालें, तो जिंदगी के हर पहलू जैसे स्वास्थ्य, पैसा, बेहतर रिश्ते के साथ मन की शांति में भी पा सकते हैं।

मर्फी का कहते हैं कि अवचेतन मन वह शक्तिशाली उपकरण है, जो हमारे सचेत विचारों को स्वीकार करता है और उन्हें वास्तविकता में बदलने की क्षमता रखता है।

यह किताब हमें यह सिखाती है कि नकारात्मक सोच को सकारात्मकता से बदलकर और अपने लक्ष्यों की स्पष्ट छवि बनाकर हम अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।


किताब की शैली जोसेफ मर्फी ने किताब को आसान भाषा में लिखा है। हर चैप्टर में हेल्थ, वेल्थ, रिलेशनशिप और आत्मविश्वास जैसे अलग-अलग विषयों पर बात की गई है। साथ ही किताब में वास्तविक जीवन से जुड़ी कहानियां, प्रेरणादायक उदाहरण बताए गए हैं।

ये बातें पढ़कर पाठकों को भरोसा होता है कि मर्फी के बताए हुए तरीके सच में असरदार हैं। किताब में मुश्किल मनोवैज्ञानिक विचारों को बहुत ही आसान भाषा में समझाया गया है।

इसलिए यह किताब हर किसी के लिए मददगार साबित हो सकती है, लेकिन कुछ पाठकों को इसमें बार-बार एक जैसी बातें और बढ़ा-चढ़ाकर लिखी गई कहानियां थोड़ी खटक सकती हैं।

किताब की जरूरी बातें यह किताब जोसेफ मर्फी के न्यू थॉट फिलॉसफी और मनोविज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित है। मर्फी का मानना है कि हमारा अवचेतन मन दिन के 24 घंटे काम करता है और हमारे सचेत विचारों को वास्तविकता में बदलने की क्षमता रखता है।

किताब हमें सिखाती है कि नकारात्मक विचार हमारे जीवन में बाधाएं पैदा करते हैं। जबकि सकारात्मक सोच और विश्वास हमें हमारे लक्ष्यों के करीब ले जाते हैं। मर्फी ने किताब में प्रेयर्स, विजुअलाइजेशन जैसी तकनीकों को विस्तार से समझाया है।

उदाहरण के लिए, मर्फी सुझाव देते हैं कि सोने से पहले और सुबह उठने के बाद पॉजिटिव वाक्य दोहराने से हम अपने अवचेतन मन को हमेशा पॉजिटिविटी के लिए प्रोग्राम सकते हैं।

सकारात्मक सोच की शक्ति मर्फी कहते हैं कि हमारे विचार हमारी वास्तविकता को आकार देते हैं। अगर हम लगातार यह सोचते हैं कि हम असफल हैं, तो हमारा अवचेतन मन इस विचार को स्वीकार कर लेता है।

यह हमें असफलता की ओर ले जाता है। इसके विपरीत, अगर हम इस बात पर विश्वास करते हैं कि हम सफल और खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं, तो हमारा अवचेतन मन इसी दिशा में काम करता है।

विजुअलाइजेशन का महत्व किताब में विजुअलाइजेशन को एक बेहद मजबूत तरीका बताया गया है। मर्फी कहते हैं कि हमें अपने लक्ष्यों को ऐसे सोचना चाहिए जैसे वे पहले ही पूरे हो चुके हों।

जैसे अगर आप अमीर बनना चाहते हैं तो खुद को एक समृद्ध जीवन जीते हुए कल्पना करें। यह तरीका आपके अवचेतन मन को उस मंजिल की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

विश्वास और प्रार्थना मर्फी प्रार्थना को एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया के रूप में देखते हैं। उनका कहना है कि जब हम पूरे विश्वास के साथ अपने अवचेतन मन को कोई निर्देश देते हैं, तो वह उसे पूरा करने के लिए काम करता है।

यह प्रार्थना किसी धार्मिक अनुष्ठान से ज्यादा आपके मन की शक्ति पर निर्भर करती है।


नकारात्मकता से मुक्ति किताब कहती है कि नकारात्मक विचार हमारे जीवन में सबसे बड़ी बाधा हैं। अगर हम लगातार यह सोचते हैं कि हम कुछ नहीं कर सकते, तो हमारा अवचेतन मन इस विचार को सच मान लेता है।

किताब हमें सिखाती है कि इन विचारों को सकारात्मक सोच के माध्यम से बदला जा सकता है।

पुस्तक की शैली यह किताब एक गाइडबुक की तरह लिखी गई है, जिसके प्रत्येक अध्याय में जरूरी सुझाव और प्रेरक कहानियां शामिल हैं। मर्फी की लेखन शैली प्रेरणादायक और उत्साहवर्धक है, जो पाठकों को अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है।

किताब में दिए गए उदाहरण और कहानियां पाठकों को यह विश्वास दिलाते हैं कि उनके द्वारा सुझाए गए तरीके वास्तव में काम करते हैं।

किताब ‘द पावर ऑफ योर सबकॉन्शस माइंड’ उन लोगों के लिए बहुत काम की हो सकती है, जो

  • अपने सोचने के तरीके, आदतों और व्यवहार में अच्छा बदलाव लाना चाहते हैं।
  • बार-बार नकारात्मक सोच, डर, चिंता या खुद पर शक करने की आदत से परेशान रहते हैं।
  • ऐसे छात्र जो पढ़ाई में बेहतर होना चाहते हैं और सफलता पाना चाहते हैं।
  • नौकरी या बिजनेस करने वाले ऐसे लोग, जो अपनी मेंटल स्ट्रेंथ बेहतर बनाना चाहते हैं।
  • ऐसे लोग जो आसपास के लोगों के साथ अपने रिश्ते बेहतर बनाना चाहते हैं।
  • जिनका शरीर बार-बार बीमार होता है और मन की शक्ति से राहत पाना चाहते हैं।
  • कुछ करने का सपना तो देखते हैं, लेकिन खुद को इस काम करने के लिए तैयार नहीं मानते हैं।

किताब के बारे में मेरी राय 'द पावर ऑफ योर सबकॉन्शस माइंड' एक ऐसी किताब है, जो आपको अपने मन की शक्ति को पहचानने और उसे सकारात्मक दिशा में उपयोग करने का तरीका सिखाती है।

यह किताब उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो नकारात्मक सोच, आत्म-संदेह या असफलता के डर से जूझ रहे हैं। हालांकि, कुछ पाठकों को किताब में दिए गए कुछ दावे अतिशयोक्तिपूर्ण लग सकते हैं, जैसे कि गंभीर बीमारियों को अवचेतन मन से ठीक करने की बात।

इस किताब को पढ़कर आप यह समझ पाएंगे कि आपकी खुशी और सफलता आपके अपने विचारों पर निर्भर करती है। यह किताब आपको अपने अवचेतन मन को प्रोग्राम करने के लिए कई व्यावहारिक तकनीक बताती है, जो आपके लिए काम की हो सकती है।

……

यह बुक रिव्यू भी पढ़ें  The Power Of Subconscious Mind Book Review; Motivational | Negativity | बुक रिव्यू- हम जैसा सोचेंगे, वैसे ही बनेंगे: पहचानें सबकॉन्शस माइंड की ताकत, खुद से हमेशा अफर्मेटिव वाक्य बोलें- ‘आई कैन डू इट’ | Dainik Bhaskar


SEE THIS ALSO

SCIENCE MAGAZINE OYLA-magazines for kids


Information for libraries and teachers

We provide discounts for libraries and school teachers. Please contact us by email and find out what promotions are currently active. Please provide the following information:


  • Name of your school
  • What subject do you teach (if you are a teacher)
 

Thank you!

If you have a query about a subscription or back issue (concerning a new order, an existing order or a change of address, or other details), please contact our customer services team:

We will contact you within 24 hours.
Working hours: 9-5 pm, Mon-Fri

WhatsApp: +91 960 757 8361

👉 Click here to message us on WhatsApp

Inquiry: Request a refund

Tuesday, 19 August 2025

KARAM YOGI - 18-08-2025

 

KARAM YOGI BATCH 03- 






































BATCH 4 -19-08-2025