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Tuesday, 31 August 2021

स्वच्छ भारत शपथ- Swachh Bharat Pledge



शपथ पढ़िये | Read Pledge

  • महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी।
  • महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर भारत माता को आजाद कराया।
  • अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करे।
  • मैं शपथ लेता / लेती हूँ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा / रहूंगी और उसके लिए समय दूंगा / दूंगी।
  • हर वर्ष 100 घंटे यानी हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूंगा / करुँगी।
  • मैं न गंदगी करूंगा / करुँगी न किसी और को करने दूंगा / दूंगी ।
  • सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गांव से एवं मेरे कार्य स्थल से शुरूआत करूंगा / करुँगी ।
  • मैं यह मानता / मानती हूँ कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं, उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और ना ही होने देते हैं।
  • मैं आज जो शपथ ले रहा / रही हूं, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाऊंगा / करवाऊंगी कि वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूंगा / करुँगी।
  • इस विचार के साथ में गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा / करुँगी।
  • मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।

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