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MY DEAR STUDENTS AND TEACHERS - THIS BLOG IS A DIGITAL GIFT TO YOU ALL -SO LEARN LIFE SKILLS. IMPROVE READING, WRITING, LISTENING & SPEAKING SKILLS, WORK ON SCIENCE OR/AND SOCIAL SCIENCE PROJECTS. GIVE COMMENTS BY CLICKING - NO COMMENTS- BUTTON. USE SEARCH WINDOW FOR FASTER RESULTS. TALK TO YOUR LIBRARIAN ON ANY TOPIC, ANY TIME ANYWHERE: Mob: 8901549120."If you can't go out, go within." "Work on your intrapersonal communication to master your interpersonal communication" Gratitude and blessings are key to success of hard work

Monday, 24 January 2022

'Hamari Betiyan Hamari Shaan' on 24.01.2022

 


Madam/Sir,

As you are aware, 24th January is celebrated as National Girl Child Day every year. To mark the occasion, Department of School Education and Literacy, Ministry of Education is organizing a virtual interaction with the theme- 'Hamari Betiyan Hamari Shaan' on 24.01.2022 from 3.00 to 4.30 PM under the Chairpersonship of Ms. Anita Karwal, Secretary, School Education and Literacy. It is proposed that in the event, 75 girls from Schools will interact with a panel of women achievers, so that the girls are benefited by their vision and experience. 


The detailed schedule of the interaction is attached herewith.

The interaction may be viewed live on:

 YouTube link: 

https://www.youtube.com/channel/UCYY29PAdX066HZg1e9jLBRA

It will be also available on Cable TV Network: DD free dish, Zee Dish TV #2022 to 2033, Tatasky Channel  #756, Airtel Channel #440, Sundirect #793 & Jio TV mobile app.      

It is requested that the details of the interaction and schedule  may be shared with KVs of the Region. It is also requested to inform Principals to encourage students (Especially Girls), parents, teachers etc to view the interaction.

Regards ,

Kindly open the attachment.

Team 

Azadi Ka Amrit Mahotsav

KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN (HQ)

18, Institutional Area, S.J. Marg, New Delhi-110016.

011-26521841

Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar (PMRBP) Awardees 2022

 Hon'ble Prime Minister's

Interaction with
Pradhan Mantri Rashtriya Bal


Puraskar (PMRBP) Awardees

24th January 2022




राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार विजेताओं की सूची में 12 साल की गुरुगु हिमप्रिया भी (फाइल फोटो)
आतंकी को घंटों उलझाए रखा
आतंकी ने हताश होकर ग्रेनेड से विस्‍फोट किया जिसमें पद्मावती बुरी तरह घायल हो गईं। चोटें हिमप्रिया को भी आई थीं मगर वह मां को होश में लाने की कोशिश में लगी रहीं। आतंकी भीतर आकर सबको बंधक बना चुका था। इतनी कम उम्र में भी ऐसी विपरीत परिस्थितियों का सामना कर रहीं हिमप्रिया घबराई नहीं। वह आतंकी से लगातार बात करती रहीं ताकि सेना को वक्‍त मिल जाए। हिमप्रिया को आतंकवादी ने कई बार बंदूक के जोर पर धमकाया, पिता और सेना के मूवमेंट को लेकर जानकारी मांगी मगर उसने कुछ नहीं बताया। करीब तीन घंटे तक हिमप्रिया ने यूं ही आतंकी को बरगलाया। उधर सेना की टीम इलाके को घेर चुकी थी। फंसा देख वह जैसे ही दूसरी तरफ भागा, हिमप्रिया सैनिकों की दौड़ पड़ीं। मां और बहनों तक मदद पहुंचाई। तब तक सेना उस आतंकवादी को निपटा चुकी थी।


क्‍या हैं प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार?

  • PMRBP की छह कैटिगरीज हैं :
  •  सामाजिक सेवा, शैक्षिक, खेल, कला, संस्कृति और वीरता।
  • 5 साल से ज्‍यादा और 18 साल से कम उम्र वाले बच्‍चों को यह पुरस्‍कार दिए जाते हैं।
  • हर विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाता है।
  • ये पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में प्रदान किए जाते हैं।
  • नकद पुरस्कार विजेताओं के संबंधित खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाएगा।
  • प्रधानमंत्री हर साल इन पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत भी करते हैं।
  • PMRBP विनर्स हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं। हालांकि कोविड-19 के चलते इस बार ऐसा नहीं हो रहा है।
दो साल के विजेताओं एक साथ मिलेंगे डिजिटल सर्टिफिकेट
पिछले साल कोविड-19 के चलते PMRBP विजेताओं को सर्टिफिकेट्स नहीं दिए जा सके थे। इस साल 'ब्‍लॉकचेन टेक्‍नॉलजी' के जरिए 2021 और 2022 के विजेताओं को सर्टिफिकेट मिलेगा। पहली बार इस तकनीक के जरिए सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं। सरकार ने कहा कि 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर और 'आजादी का अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में, प्रधानमंत्री मोदी पीएमआरबीपी-2022 के विजेताओं के साथ बातचीत करेंगे। बच्चे अपने माता-पिता और अपने-अपने जिलों के संबंधित जिलाधिकारियों के साथ अपने जिला मुख्यालय से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।  Source, to read more click here


Friday, 14 January 2022

Annual panel inspection-2021-22

 










75 करोड़ सूर्यनमस्कार अभियान में सहभागी विद्यार्थियों को प्रशस्ति-पत्र मिलने के लिए आवश्यक सूचना


माननीय प्रधानाध्यापक/ प्रधानाध्यापिका

विषय: 75 करोड़ सूर्यनमस्कार अभियान में सहभागी विद्यार्थियों को प्रशस्ति-पत्र मिलने के लिए आवश्यक सूचना 

आदरणीय महोदय / महोदया,
नमस्ते,
 
भारत की 'आज़ादी के अमृतमहोत्सव' पर आयोजित 75 करोड़ सूर्यनमस्कार अभियान में अपनी संस्था का पंजीकरण करने हेतु आपका हृदयपूर्वक धन्यवाद। 

संस्था अथवा विद्यालय के पंजीकरण के बाद भी सहभागी विद्यार्थियों / सदस्यों को प्रशस्ति-पत्र मिले इसके लिए निम्न दो कार्य करने अनिवार्य हैं - 

1. एक बार अपने प्रोफाइल को update / verify करना
2. अपने प्रोफाइल कलेंडर में 21 दिनों के अभ्यास की एंट्री करना

 प्रोफाइल update/verify करने के लिए क्या करें - 

आपको केवल एक ही बार अपना प्रोफाइल वेरीफाई करना है। किंतु   www.75suryanamaskar.com इस वेबसाइट पर जाकर अपना Profile Update किये बगैर कलेंडर में एंट्री नहीं हो सकती और बिना एंट्री के विद्यार्थियों को प्रशस्ति-पत्र नहीं मिल पाएगा। 

प्रोफाइल अपडेट/वेरीफाई/एंट्री करने के लिए सबसे पहले इस प्रकार Log In करें  - 

1) website पर जाकर Log In के बटन पर क्लिक करें। 

2. यदि आपने Google या Facebook से पंजीकरण किया हो तो Google/ Facebook के शॉर्टकट पर क्लिक करके सीधे Log In करें। 

3. यदि आपने अपने Whatsapp नम्बर से पंजीकरण किया हो तो अपना वही Whatsapp नम्बर और पासवर्ड डालकर Log In करें। 

 यदि आपने अब तक अपना एकाउंट वेरीफाई नहीं किया है तो क्या करें? 

◆ यदि आपने पंजीकरण करने के बाद Log In कर लिया था किंतु एकाउंट वेरीफाई किये बिना Log Out कर लिया था तो आपको पंजीकरण की पूरी प्रक्रिया फिर से दोहरानी होगी। और रजिस्ट्रेशन के बाद बताए गए व्हाट्सएप्प नम्बर पर अपने व्हाट्सएप्प नम्बर से बताया गया टोकन नम्बर व्हाट्सएप्प करना होगा। 

◆ यदि आपने वेरिफिकेशन नहीं किया और Log Out भी नहीं किया तो आपके प्रोफाइल पेज पर लाल अक्षरों में दिखाए जा रहे व्हाट्सएप्प नम्बर पर बताया गया टोकन नम्बर अपने रजिस्टर्ड व्हाट्सएप्प नम्बर से व्हाट्सएप्प मेसेज के रूप में भेजें ।

◆ जिन्होंने Google या Facebook से रजिस्ट्रेशन किया है उन्हें गूगल या फ़ेसबुक के निशान पर क्लिक करके ही Log In करना है। और फिर प्रोफाइल पेज पर "Update Profile" पर क्लिक करना है।

 ऐसा करते ही आपके इसी स्क्रीन पर आपकी जानकारी वाला पेज खुलेगा। जिसमें आपके संस्थान का नाम, राज्य, शहर, Whatsapp नम्बर आदि आप देख पाएंगे। इसे पूरा पढ़कर यदि कहीं बदलाव करना हो तो कर लें। और फिर Update Profile पर क्लिक करें। ऐसा Google / Facebook वालों का एकाउंट verify हो जाएगा।
 
 सहभागियों के नाम की सूची अपलोड करें 
प्रोफाइल वेरीफाई हो जाने के बाद अपने  विद्यालय से इस उपक्रम में सहभाग को इच्छुक विद्यार्थियों की सूची upload participants list पर क्लिक करके अपलोड करें। इसकी प्रक्रिया समझने के लिए वेबसाइट की Download लिंक पर दिया गया 'How to Rejister your institute' वाला वीडियो देखें। 

21 दिनों तक प्रतिदिन 13 सूर्यनमस्कार
रजिस्ट्रेशन के बाद अपने संस्थान में कम से कम 21 दिनों तक प्रतिदिन 13 सूर्यनमस्कार का अभ्यास अवश्य कराएं। और अपने अभ्यास का फोटो/वीडियो फ़ेसबुक पर - 
 #75CroreSuryanamaskar या #75करोड़सूर्यनमस्कार लिख कर पोस्ट करें। 

आपके नित्य अभ्यास की कैलेंडर एंट्री

प्रतिदिन के अभ्यास के बाद www.75suryanamaskar.com इस वेबसाइट पर जाकर अपने नियमित अभ्यास का 'data' जमा करना भी आवश्यक है। इसके लिए - 

√ वेबसाइट पर Log in करके अपनी प्रोफाइल पर जाकर calendar पर क्लिक करें। 

√ दिए गए बॉक्स Day 1 / Day 2 इत्यादि पर दिन के अनुसार 'ब्लू टिक' करें। इस काम मे एक मिनट से भी कम का समय लगता है।  

आपसे पुनः अनुरोध है कि कृपया अपना एकाउंट वेरीफाई / अपडेट करें, पार्टिसिपेंट्स लिस्ट अपलोड करें एवं अपने संस्थान में सूर्यनमस्कार का अभ्यास शुरू करें। और इसके बाद कैलेंडर में एंट्री करना न भूलें। 

धन्यवाद

डॉ संजय मालपाणी

प्रकल्प निदेशक

Thursday, 13 January 2022

FAST APP - First Aid for Students Teachers

 The FAST mobile application is designed on First Aid for Students and Teachers, is an easy to use application with text and graphics used in appropriate proportion.

The mobile application has life saving skill sets, emergency nos for ambulance, acronyms for better retention and implementation and finally dos and don'ts for precaution



Wednesday, 12 January 2022

Welcome to Pariksha Pe Charcha Contest 2022


The interaction every youngster is waiting for is back. Pariksha Pe Charcha with Prime Minister Narendra Modi is here!

Leave your stress and nervousness behind and get ready to set those butterflies in your stomach free!

On popular demand, the Prime Minister’s massively popular interaction will not only have students but also parents and teachers.

You too can get a chance to hang out with one of the most inspiring Prime Ministers ever, ask him for tips, seek advice...you could even pose questions you always wanted answers for!

So, how do you (a student, parent or teacher) get a chance to participate in the fifth edition of Pariksha Pe Charcha?
It’s very simple.





Monday, 10 January 2022

UNSUNG HEROS OF INDEPENDANCE


 

Watch short clips on YouTube  here  in

 English 

https://www.youtube.com/watch?v=vSyzWjXiSuQ

https://www.youtube.com/watch?v=VZSINKe1vLA

https://www.youtube.com/watch?v=xtUTCkxn9d0

https://www.youtube.com/watch?v=SQ39DjkC5zM

https://www.editorji.com/story/india-75-a-tribute-to-the-unsung-women-freedom-fighters-of-india-1629180309085

https://www.youtube.com/watch?v=xw2f5B40h4U

HINDI

https://www.youtube.com/watch?v=HJ7rHoPdjX

https://www.youtube.com/watch?v=-FXBMfv4TF

https://www.youtube.com/watch?v=l06nMwIQvM0

https://www.youtube.com/watch?v=IzgSW-Lid_M

YOUTH DAY- 12 JAN 2022

 Swami Vivekananda (/ˈswɑːmi ˌvɪvˈkɑːnəndə/Bengali: [ʃami bibekanɔndo] (About this soundlisten); 12 January 1863 – 4 July 1902), born Narendranath Datta (Bengali: [nɔrendronatʰ dɔto]), was an Indian Hindu monk and philosopher. He was a chief disciple of the 19th-century Indian mystic Ramakrishna. Influenced by Western esotericism, he was a key figure in the introduction of the Indian darsanas (teachings, practices) of Vedanta and Yoga to the Western world,[and is credited with raising interfaith awareness, bringing Hinduism to the status of a major world religion during the late 19th century. 


He was a major force in the contemporary Hindu reform movements in India, and contributed to the concept of nationalism in colonial India. Vivekananda founded the Ramakrishna Math and the Ramakrishna Mission.[10] He is perhaps best known for his speech which began with the words "Sisters and brothers of America ...," in which he introduced Hinduism at the Parliament of the World's Religions in Chicago in 1893.




Born into an aristocratic Bengali Kayastha family of Calcutta, Vivekananda was inclined towards spirituality. He was influenced by his guru, Ramakrishna, from whom he learnt that all living beings were an embodiment of the divine self; therefore, service to God could be rendered by service to humankind. After Ramakrishna's death, Vivekananda toured the Indian subcontinent extensively and acquired first-hand knowledge of the conditions prevailing in British India


He later travelled to the United States, representing India at the 1893 Parliament of the World's Religions. Vivekananda conducted hundreds of public and private lectures and classes, disseminating tenets of Hindu philosophy in the United States, England and Europe. In India, Vivekananda is regarded as a patriotic saint, and his birthday is celebrated as National Youth Day.

READ MORE HERE ABOUT SWAMI


OR HERE


Swami Vivekanand Ke Chicago Bhashan Se Jo Maine Seekha |


स्वामी विवेकानंद की रोचक कहानी..


Quotes from Swamy Vivekanad Jee


"YOU HAVE COME FROM A COUNTRY WHERE TAILOR MAKES A GENTLEMEN AND I HAVE COME FROM A COUNTRY WHERE CHARACTER MAKES A GENTLEMEN "---SWAMI VIVEKANANDA


स्वामी विवेकानंद की आत्मकथा | Full Movie


38th National Youth Day 2022 & Azadi Ka Amrit Mahotsav 


PM Modi inaugurates 25th National Youth Festival in Puducherry


The Awakened Citizen Program


IF YOU WANT TO KNOW INDIA READ ONE PERSON- SWAMI VIVEKANANDA .


स्वामी विवेकानंद 11 सितंबर 1893 को शिकागो भाषण

अमेरिका के बहनो और भाइयो,


आपके इस स्नेहपूर्ण और जोरदार स्वागत से मेरा हृदय अपार हर्ष से भर गया है। आपको दुनिया की सबसे प्राचीन संत परंपरा की तरफ से धन्यवाद देता हूं। आपको सभी धर्मों की जननी की तरफ से धन्यवाद देता हूं और सभी जाति-संप्रदाय के लाखों-करोड़ों हिंदुओं की तरफ से आपका आभार व्यक्त करता हूं।


मेरा धन्यवाद कुछ उन वक्ताओं को भी जिन्होंने इस मंच से यह कहा कि दुनिया में सहनशीलता का विचार सुदूर पूरब के देशों से निकला है। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं जिसने दुनिया को सहनशीलता और सभी को स्वीकारने का पाठ पढ़ाया है।

हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ही विश्वास नहीं रखते बल्कि हम विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे देश से हूं, जिसने इस धरती के सभी देशों और धर्मों के परेशान और सताए गए लोगों को शरण दी है। 


मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने अपने हृदय में उन इस्राइलियों की पवित्र स्मृतियां संजोकर रखी हैं, जिनके पवित्र धार्मिक स्थल को रोमन हमलावरों ने तोड़कर खंडहर बना दिया था और तब उन्होंने दक्षिण भारत में शरण ली थी।

मुझे इस बात का गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं जिसने महान पारसी धर्म के लोगों को शरण दी और अब भी उन्हें पाल-पोस रहा है।भाइयो, मैं आपको वैदिक मंत्रों की कुछ पंक्तियां सुनाना चाहूंगा जिसे मैंने बचपन से याद किया और दोहराया है और जो करोड़ों लोगों द्वारा हर दिन दोहराया जाता है: जिस तरह अलग-अलग स्रोतों से निकली विभिन्न नदियां अंत में समुद्र में जाकर मिलती हैं, उसी तरह मनुष्य अपनी प्रवृत्ति के अनुरूप अलग-अलग रास्ता चुनता है। वे देखने में भले ही सीधे या टेढ़े-मेढ़े लगें, पर सभी रास्ते भगवान तक ही जाते हैं।

वर्तमान सम्मेलन जो कि आज तक की सबसे पवित्र सभाओं में से है, गीता में बताए गए इस सिद्धांत का प्रमाण है: जो भी मुझ तक आता है, चाहे वह कैसा भी हो, मैं उस तक पहुंचता हूं। लोग चाहे कोई भी रास्ता चुनें, आखिर में मुझ तक ही पहुंचते हैं।


 सांप्रदायिकता, कट्टरता और हठधर्मिता लंबे समय से इस सुंदर धरती को अपने शिकंजों में जकड़े हुए हैं। इन्होंने धरती को हिंसा से भर दिया है। कितनी बार ही यह धरती खून से लाल हुई है। कितनी ही सभ्यताओं का विनाश हुआ है और न जाने कितने देश नष्ट हुए हैं।

 अगर ये भयानक राक्षस नहीं होते तो आज मानव समाज कहीं ज्यादा उन्नत होता, लेकिन अब उनका समय पूरा हो चुका है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आज इस सम्मेलन का शंखनाद सभी हठधर्मिताओं, हर तरह के दुखों और सभी मनुष्यों के बीच की दुर्भावनाओं का विनाश करेगा।......SOURCE


Sunday, 9 January 2022

हिंदी English Dictionary app.

स्टूडेंट्स !

इस लिंक में एक हिंदी इंग्लिश डिक्शनरी एप्प है । 

""इसकी मदद से आप अपनी भाषा को उन्नत कर सकते हैं।""

जो कि पढ़ने लिखने बोलने और सुनने के लिए ज़रूरी है और सफलता प्राप्ति के।लिए भी।

इसमें गेम्स पजल क्विज आदि के माध्यम से बहुत आसानी से भाषा सीखिने मे मदद मिलती है।

{इसमें जो विज्ञापन हैं उन्हें नही टच करना है।}


Click here to download and install.

Wednesday, 5 January 2022

The Colombo Plan Staff College for Technician Education (CPSC)

 is an autonomous specialized agency of the Colombo Plan. It was established on December 5, 1973 at the 23rd Consultative Committee Meeting of the Colombo Plan held in Wellington, New Zealand to assist the member countries of the Colombo Plan in developing and enhancing their technician education systems. It became operational in 1974 with the Republic of Singapore serving as the first host Government. In January 1987, CPSC moved to Manila, Philippines upon the invitation of the Philippine Government.

Member Countries

CPSC was founded by 26 countries which include Afghanistan, Australia, Bangladesh, Bhutan, Canada, Fiji Islands, India, Indonesia, Iran, Japan, Khmer Republic, Republic of Korea, Laos, Malaysia, Republic of Maldives, Myanmar (Burma), Nepal, New Zealand, Pakistan, Philippines, Singapore, Sri Lanka, Thailand, United Kingdom, United States of America and the Republic of Vietnam. They collectively agreed that a regional center for technician education and training needed to be established to assist countries in Colombo Plan region in this area. The said countries cooperated under south-south cooperation which has been the principal framework for CPSC’s programs and activities from its inception until now.

CPSC has 26 member countries classified as charter and current members. There are sixteen (16) active member countries, twelve (12) charter member countries.

https://www.cpsctech.org/1973/12/about-cpsc.html

Purpose & Functions

CPSC is a unique Inter-Governmental Organization (IGO), which consistently addresses issues in Technical and Vocational Education & Training in the Asia and the Pacific region.

For over four decades, CPSC continues to assert its role in advancing human resources development across the region.

The purpose of the Staff College is to improve the quality of technical education and training in the Colombo Plan region. This is done by meeting the needs for technician education of teacher educators and trainers and senior staff in the field, who can play a more active part in in-service training and staff development.

The main functions of the Staff College include:

  1. Provide courses of further professional education and training to persons responsible for the planning, development, administration and supervision of technician education and training and persons in key supporting roles;
  2. Conduct conferences on various aspects of technician education and training;
  3. Assist in the conduct of projects in the field of staff and curriculum development and other projects aimed at the effective utilization of resources for learning and teaching;
  4. Promote, coordinate and undertake research and development activities;
  5. Advise and assist member countries in developing their technician teacher education;
  6. Collect and disseminate information on technician education and training.

Vocational Education

 Indian Journal of Vocational Education (IJVE)

 is a Bi-annual peer reviewed research Journal

 (ISSN 0972–5830) published by PSS Central Institute of Vocational Education (PSSCIVE), 

a constituent unit of National Council of Educational Research and Training (NCERT), New Delhi under Ministry of Education, Government of India. 

The main focus of this journal is to provide a platform for researchers, scholars, academicians to share their research findings in the field of vocational education and training.

100 Job Roles



The Pandit Sunderlal Sharma Central Institute of Vocational Education (PSSCIVE) is an apex research and development organization in the field of vocational education. It is a constituent unit of National Council of Educational Research and Training (NCERT), established in 1993 by the Ministry of Education (MoE), Government of India. The Institute has a picturesque 38-acre campus at Shyamla Hills in Bhopal. It comprises six academic disciplines, namely Agriculture and Animal Husbandry, Business and Commerce, Engineering and Technology, Health and Paramedical Science, Home Science and Hospitality Management and Humanities, Science, Education and Research with 05 Centres

The Institute is also a UNEVOC (International Project on Technical and Vocational Education) Network Centre in India, which coordinates all the activities, including communication with UNESCO-UNEVOC International Centre, Bonn, Germany. Through the network, the Centre shares knowledge and experiences related to all aspects of VET, exchange country experiences, and discuss issues of common relevance.


Vocational
 GET CERTIFICATE





Joint DirectorPSS Central Institute of Vocational EducationShyamla Hills, Bhopal – 462002 (M.P.)National Council of Educational Research and TrainingMinistry of Education, Government of India

  • jd[at]psscive[dot]ac[dot]in, jdpsscive[at]gmail[dot]com
  • +91 755 2660691, 2704100, 2660391, 2660564 2660481