" TO DEVELOP CREATIVITY, INNOVATION, LIFE SKILLS, SCIENTIFIC TEMPERAMENT & LANGUAGE SKILLS APART FROM CAREER COUNSELLING AND PERSONALITY DEVELOPMENT” " PLUS TO CATER ALL THE INFORMATION NEEDS OF KVS TEACHERS AND STUDENTS. WE ACKNOWLEDGE OUR SINCERE THANKS TO ALL KNOWN & UNKNOWN CONTRIBUTORS ON WEB, WHERE SOURCE IS UNKNOWN / UNTRACEABLE/LINKED (THIS IS AN ERSTWHILE " KV REWARI LIBRARY " BLOG URL-kvrewarilibrary.blogspot.com TILL 30.09.2019.)
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Monday, 27 February 2017
Sunday, 26 February 2017
Thursday, 23 February 2017
Admissions
Admission to Kendriya Vidyalayas The admission process for the Academic Session 2017-18 has start from 08.02.2017. The admission process will be done through online registration.
The website for online registration is http://darpan.kvs.gov.in .
How To Apply
(ब) फार्म भरने हेतु निर्देश
The website for online registration is http://darpan.kvs.gov.in .
How To Apply
- To apply to a school, click on the link "Apply Online".
- Search for a school you wish to apply by simply clicking on the search button.
- You can search for a school on different parameters, like:
- State
- Name of school
- Fill the application form which is displayed on the screen. Instructions to fill the form are also available for your convenience.
- A Permanent Registration Number and a login name will be given to you.
- Use these details next time you want to visit the site.
- You can visit the site to check for vacant seats or to view the admission status.
- Acknowledgement will be generated on successful registration.
- Print acknowledgement for future reference.
- Note the Permanent Registration Number for future reference.
- http://darpan.kvs.gov.in .
अभिभावकों से अनुरोध है की केन्द्रीय विद्यालय मे कक्षा एक मे प्रवेश हेतु पंजीकरण प्रपत्र भरने से पूर्व दिशा-निर्देश ध्यानपूर्वक पढ़ें ।
(अ) सामान्य निर्देश
- यदि कोई अभिभावक प्रवेश हेतु ऑनलाइन पंजीकरण प्रपत्र मे गलत जानकारी प्रदान करता है तो उस पंजीकरण प्रपत्र को निरस्त कर दिया जाएगा एवं कानूनी कार्यवाही की जा सकती है।
- अभिभावकगण सुनिश्चित करें की प्रपत्र मे भरे गए सभी विवरणों से संबन्धित दस्तावेजों की मूलप्रति उनके पास उपलब्ध है।
- एक विद्यालय मे, एक और केवल एक ही प्रपत्र भरें। उसी विद्यालय की द्वितीय पाली तथा अन्य विद्यालयों मे पंजीकरण प्रपत्र भरने हेतु कोई रोक नहीं है।
- अगर कोई अभिभावक एक बच्चे के लिए या एक से अधिक बच्चों के लिए कई विद्यालयों/पालियों मे पंजीकरण प्रपत्र भरते हैं तो निम्न सूचनाएँ एक जैसी होनी चाहिए।
- (क) बच्चे का नाम
- (ख) माता-पिता का नाम
- (ग) जन्म तिथि
- (घ) ईमेल आइ डी
- (ङ) मोबाइल न॰
- (च) घर का पता
- एक बच्चे के लिए, एक विद्यालय मे एक से अधिक पंजीकरण प्रपत्र पाये जाने पर, प्राधिकृत अधिकारी द्वारा पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा।
- ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया मे पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध रहने तक अभिभावकों को प्रपत्र भरने/सुधार/रद्द/जमा करने हेतु निम्न बातों का ध्यान रखें।
- (क) एक बार पंजीकरण प्रपत्र भरकर जमा करने (submit) करने के बाद सुधार (edit) की सुविधा पंजीकरण की अंतिम तिथि तक उपलब्ध होगी।
- (ख) पूर्व मे किए गए पंजीकरण को रद्द(Cancel) करके ही पुनः पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है।
- पंजीकरण प्रपत्र भरने हेतु दिशा-निर्देश, प्रवेश मार्गदर्शिका (Admission Guidelines) एवं अन्य जानकारी संबन्धित विद्यालय की वैबसाइट पर भी उपलब्ध है।
- पूर्णतया भरे हुये पंजीकरण प्रपत्र की हार्ड कॉपी (Printout) प्राप्ति रसीद अपने पास रिकॉर्ड हेतू रखें । निर्धारित तिथि पर लॉटरी मे सफल होने वाले प्रत्याशियों के अभिभावक पंजीकरण प्रपत्र की हार्ड कॉपी, प्राप्ति रसीद एवं प्रमाणपत्रों की प्रति के साथ प्राचार्य के समक्ष उपस्थित हो ।
- अभिभावक अपना ईमेल आइडी (email id) अवश्य लिखें जिससे प्रवेश संबंधी सूचना प्रदान की जा सके।
- विस्तृत प्रवेश मार्गदर्शिका एवं नियमों की जानकारी हेतू केन्द्रीय विद्यालय संगठन की वैबसाइट का प्रयोग करें।
http://kvsangathan.nic.in --> Admission Guidelines. - सभी सामान्य एवं विशिष्ट निर्देश विद्यालय वैबसाइट से डाउनलोड एवं प्रिंट किए जा सकते हैं। यद्यपि पंजीकरण प्रपत्र भरने हेतु निम्न वैबसाइट पर लॉगिन करें (विशेष प्रावधानों के अंतर्गत होने वाले प्रवेश को छोडकर)
http://darpan.kvs.gov.in - पंजीकरण मात्र से ही प्रवेश का अधिकार प्राप्त नहीं होगा।
- ऐसे प्रवेश जो की प्रवेश मार्गदर्शिका मे ‘विशेष प्रावधानों’ के अंतर्गत आते हैं – संबन्धित विद्यालय के प्राचार्य से सीधा संपर्क कर ‘ऑफलाइन’ अर्थात विद्यालय से पंजीकरण प्रपत्र प्राप्त कर, पूर्णतया भरकर विद्यालय मे जमा कराएं।
*विशेष प्रावधान जैसे – एकल कन्या, के॰वि॰स॰ वार्ड इत्यादि।
(ब) फार्म भरने हेतु निर्देश
(अ.) बच्चे का विवरण:
- नाम: बड़े (कैपिटल)/ साफ अक्षरों में भरा जाये।
- लिंग: कृपया सही विकल्प चुनिए. पुरुष/महिला/ट्रांस जेंडर|
- श्रेणी: सामान्य /अनु. जा./ अनु जनजाति- सही विकल्प चुनिए
- दिव्याङ्ग: कृपया सही विकल्प चुनिए. चुनने पर – पंजीकरण प्रपत्र में आवश्यक विवरण भरें |
- जन्म तिथि: सक्षम अधिकारी द्वारा जारी किये गये जन्म प्रमाण पत्र की तिथि के अनुसार जन्म तिथि को अंकित करें|
(क) आयु: दिनांक 31.03.2017 को कक्षा पहली में प्रवेश के लिये आयु 5 वर्ष एवं अधिकतम 7 वर्ष होनी चाहिए |दिव्यंगो को दो वर्ष की अधिकतम आयु में छूट प्राप्त है | दिनांक 01.04. 2012 को जन्में बच्चे भी कक्षा 1 में प्रवेश के पात्र हैं| - आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग(EWS): हाँ/ना चने। प्राधिकृत अधिकारी द्वारा जारी प्रमाणपत्र का विवरण भरे।
सुविधा वंचित समूह (BPL) : हाँ/ना चुने प्राधिकृत अधिकारी द्वारा जारी प्रमाणपत्र का विवरण भरे। - रक्त समूह: (सही विकल्प चुनें)
(ब.) पारिवारिक विवरण:
- (क ) प्रोजेक्ट/उच्च शिक्षण संस्थान के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में अभ्यर्थी यदि उसी प्रोजेक्ट/उच्च शिक्षण संस्थान मे सेवारत/सेवानिवृत दादा-दादी/नाना- नानी की पात्रता का लाभ चाहता है तो अभिभावक के स्थान पर दादा-दादी/नाना- नानी का विवरण भरे।इंस्टिट्यूट्स की लिस्ट के लिये क्लिक करें|
- (ख) एकल अभिभावक – हाँ / ना सही विकल्प चुनें |
- राष्ट्रीयता: सही विकल्प चुनें
- व्यवसाय: सही विकल्प का चुनाव करें: सरकारी नियमित / सरकारी अनुबंधित / गैरसरकारी / अन्य मे कार्यरत ।
- संगठन का नाम: जहाँ कार्यरत हैं- , संगठन का नाम लिखें एव अन्य विवरण लिखें ।
- सेवा श्रेणी: कृपया पवेश हेतु प्राथमिकताए केन्द्रीय विद्यालय में प्रवेश दिशा निर्देश के अनुसार सेवा श्रेणी का चयन करे ।
- पूर्व-सैनिकों सहित केंद्रीय सरकार के स्थानांतरणीय व अस्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चे। इसमें विदेशी कर्मचारियों के बच्चे भी सम्मिलित हैं जो भारत सरकार के आमंत्रण पर भारत में प्रतिनियुक्ति/स्थानांतरण पर आते हैं।
- भारत सरकार के स्वायत निकायों/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/उच्च शिक्षण संस्थानों के स्थानांतरणीय व अस्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चे।
- राज्य सरकार के स्थानांतरणीय व अस्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चे।
- राज्य सरकार के स्वायत निकायों/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/उच्च शिक्षण संस्थानों के स्थानांतरणीय व अस्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चे।
- किसी अन्य श्रेणी के बच्चे जिसमें विदेशियों के बच्चें भी सम्मिलित हैं जो किसी निजी कार्य से भारत में रहते है। विदेशियों के मामले में तभी विचार किया जाएगा जबकि प्रतिक्षारत सूची में कोई भी भारतीय शेष न हो।
- (क) विद्यालय को प्रायोजित करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/उच्च शिक्षण संस्थानों के कर्मचारियों के बच्चें एवं उनके पौत्र/पौत्रियां।
(ख) प्रोजेक्ट के कर्मचारी और स्नातकोत्तर विद्यार्थी जो अनुसंधान परियोजना के लिए दीर्घ अवधि तक कार्य करते है।
(ग) वार्डन परिषद के नियमित कर्मचारियों (सीओडब्ल्यू) के बच्चें
(घ) प्रवेश के उद्देश्य से सेवानिवृत कर्मचारियों के बच्चे एवं उनके पौत्र/पौत्रियॉ श्रेणी-1 में सम्मिलित किए जाएं। - तत्पश्चात् सिविल/रक्षा क्षेत्र के केंद्रीय विद्यालयों( पैरा-3 (क)) के लिए दी गई प्राथमिकताओं का उसी अनुक्रम से अनुसरण होगा।
- उच्च शिक्षण संस्थानों के जो बच्चे अपने अभिभावकों के दीर्घ अवधि पर विश्रामकाल/अवकाश पर जाने के कारण स्टेशन से दूर जाने पर विद्यालय में अध्ययन जारी नहीं रख सकें उन्हें पुन: प्रवेश कक्षा की निर्धारित क्षमता के ऊपर दिया जाए।
- निवास स्थान का पता - कृपया पिन कोड सहित पता लिखें
- दूरभाष नंबर - कृपया लैंड लाइन न. एस.टी.डी. कोड सहित लिखे| (यदि उपलब्ध है)
- मोबाइल नंबर – कृपया अपना १० अंकों वाला मोबाइल नंबर (कोई एक)
- कार्यालय का पता - कार्यालय का पता विस्तार पूर्वक पिन कोड सहित लिखें
- ई मेल – कृपया अंकित करें(आवश्यक)
- स्थानांतरण - कर्मचारी को स्थानांतरित तब माना जाएगा यदि सक्षम अधिकारी द्वारा उसे एक स्थान/शहरी संकुल से दूसरे स्थान/शहरी संकुल में स्थानांतरित कर दिया गया है और जो स्थान कम से कम 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा एक स्थान पर ठहराव की अवधि कम से कम 6 महीने होनी चाहिए।
- आर. टी .ई के अंतर्गत प्रवेश की पात्रता होने पर ही इस विकल्प का चयन करें । यद्यपि केंद्रीय विद्यालय विभिन्न जनसंख्या घनत्व में अवस्थित है, पड़ोस के क्षेत्र की सीमा का निर्धारण के लिए निम्न तरह से वर्गीकृत किया गया है: -
- प्रमुख नगर और शहरी क्षेत्र (सभी जिला मुख्यालय एवं महानगरीय क्षेत्र) 5 कि.मी. की परिधि
- ऊपर 1 में सम्मिलित स्थान व क्षेत्र के अलावा 8 कि.मी. की परिधि टिप्पणी:
- 1. सभी आवेदकों को अपने निवास का प्रमाण देना होगा तथापि निवास प्रमाण न होने की परिस्थिति में प्रवेश से इंकार नहीं किया जा सकता है।
- 2. अभिभावकों द्वारा दूरी संबंधी लिखित स्व:घोषणा को इस आशय के लिए स्वीकार कर लिया जाए।
- आधार संख्या: कृपया भरें, यदि उपलब्ध है।
नोट : (i) सभी विशेष व्यवस्था , के . वि. एस के प्रवेश निर्देशानुसार (विशेष व्यवस्था) आनलाइन आवेदन नहीं किया जा सकता(कृपया विद्यालय से सीधे संपर्क करे)
(ii) पूर्णतया भरे हुये पंजीकरण प्रपत्र की हार्ड कॉपी (Printout) प्राप्ति रसीद अपने पास रिकॉर्ड हेतू रखें । निर्धारित तिथि पर लॉटरी मे सफल होने वाले प्रत्याशियों के अभिभावक पंजीकरण प्रपत्र की हार्ड कॉपी, प्राप्ति रसीद एवं प्रमाणपत्रों की प्रति के साथ प्राचार्य के समक्ष उपस्थित हो ।
(iii) किस भी दुविधा की स्थिति मे अग्रेजी मे दिया गए निर्देश को संदर्भ ले ।
प्रवेश में प्राथमिकताएं :
प्रवेश प्रदान करते समय निम्नलिखित प्राथमिकताओं का अनुपालन किया जाएगा :
क. सिविल/ रक्षा क्षेत्र के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय :
टिप्पणी : बच्चों को प्रवेश में प्राथमिकता अभिभावकों के पिछले 7 वर्षों में स्थानांतरणों की संख्या के आधार पर दी जाएगी।
ख. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/उच्च शिक्षण संस्थानों के अन्तर्गत केंद्रीय विद्यालय:-
मैंने सभी दिशा निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ लिया है। मैं केन्द्रीय विद्यालय संगठन की प्रवेश मार्गदर्शिका मे उल्लिखित नियमों एवं शर्तों का पालन करूंगा। I have carefully gone through the instructions given above and I shall abide by all terms and conditions as per KVS admission guidelines. |
International Mother Language Day
"To promote the preservation and
protection of all languages
used by people of the world"
Languages are the most powerful instruments of preserving and developing our tangible and intangible heritage. All moves to promote the dissemination of mother tongues will serve not only to encourage linguistic diversity and multilingual education but also to develop fuller awareness of linguistic and cultural traditions throughout the world and to inspire solidarity based on understanding, tolerance and dialogue.
— from the United Nations International Mother Language Day
As a part of Prime Minister Narendra Modi's Digital India initiative, digitized content will be made available in 22 scheduled languages which will be extended to other 234 recognized languages of India. The work of digitization has begun in June 2016 through "Bharatavani Project" at CIIL, Mysore and by the February 2017, content in 60 Indian languages have been made available for free.
Friday, 17 February 2017
SCIENCE CLUB HOPE
SCHOOL SCIENCE CLUB
"HOPE"
WILL ORGANIZE INTERESTING SCIENCE ACTIVITIES
ON
27TH AND 28TH FEB 2017
TO CELEBRATE THE SCIENCE DAY
THEME -
"Science and Technology for Specially Abled Persons"
TO BE
PRESENTED BY
RAMAN HOUSE
RAMAN HOUSE
CLASS XI B
Points to be covered..
Bio sketch of CV Raman and
1. What is Science?
2. Science and technology for society.
3.Every day Science you did not know.
4. How technology has helped specially abled?
5. what science can still do for specially abled?
http://kidsactivitiesblog.com/50127/fun-science-activities
http://www.sciencebuddies.org/science-activities
https://www.pinterest.com/explore/science-fun/
Points to be covered..
Bio sketch of CV Raman and
1. What is Science?
2. Science and technology for society.
3.Every day Science you did not know.
4. How technology has helped specially abled?
5. what science can still do for specially abled?
http://kidsactivitiesblog.com/50127/fun-science-activities
http://www.sciencebuddies.org/science-activities
https://www.pinterest.com/explore/science-fun/
GOLDEN RATIO
A golden rectangle (in pink) with longer side a and shorter side b, when placed adjacent to a square with sides of length a, will produce a similargolden rectangle with longer side a + band shorter side a. This illustrates the relationship
In mathematics, two quantities are in the golden ratio if their ratio is the same as the ratio of their sum to the larger of the two quantities. The figure on the right illustrates the geometric relationship. Expressed algebraically, for quantities a and b with a > b > 0,
Thursday, 16 February 2017
National Council of Science Museums
NCSM is an autonomous organisation under Indian Ministry of Culture. It is the largest chain ofscience centers or museums under a single administrative umbrella in the world. There are 24 own science centers or museums and one R & D laboratory and Training centre of NCSM, located in different states in India.
Own managed units
- Birla Industrial & Technological Museum, Kolkata, inaugurated on 2 May 1959
- Bardhaman Science Centre, Babur Bagh, inaugurated on 9 January 1994
- Digha Science Centre & National Science Camp, New Digha, inaugurated on 31 August 1997
- Dhenkanal Science Centre, Orissa, inaugurated on 5 June 1995
- District Science Centre, Purulia, inaugurated on 15 December 1982
- Kapilas Science Park, Dhenkanal, inaugurated on 5 June 1995
- North Bengal Science Centre, Matigara, inaugurated on 17 August 1997
- Regional Science Centre, Bhubaneswar, inaugurated on 18 September 1989
- Srikrishna Science Centre, Patna, inaugurated on 14 April 1978
- North Bengal Science Centre, Siliguri, inaugurated on 17 August 1997
- Central Research & Training Laboratory, Kolkata, R & D laboratory and Training centre of NCSM. Operational since 1 January 1988 and dedicated to the nation on 13 March 1993
- Regional Science Centre, Guwahati, inaugurated on 15 March 1994
- National Science Centre, Delhi, inaugurated on 9 January 1992
- Regional Science City, Lucknow, operational since 1989
- Kurukshetra Panorama & Science Centre, Haryana, operational since 2000
- Nehru Science Centre, Mumbai, inaugurated on 11 November 1985
- District Science Centre, Dharampur, India, operational since 1984
- Goa Science Centre, Panjim, operational since 2002
- Raman Science Centre & Planetarium, Nagpur, operational since 1992 & 1996 respectively
- Regional Science Centre, Bhopal, operational since 1995
- Regional Science Centre and Planetarium, Kozhikode, operational since 1997
- Science City, Kolkata, fully operational since 1 July 199
- Visvesvaraya Industrial and Technological Museum, Bangalore, operational since 1965
- District Science Centre, Gulbarga, operational since 1984
- District Science Centre, Tirunelveli, operational since 1987
- Regional Science Centre, Tirupati, operational since 1993
Science centres developed for different state governments- Arunachal Pradesh Science Centre, Itanagar, inaugurated on 3 December 2005
- Chhattisgarh Science Centre, Raipur, inaugurated on 13 July 2012
- Dharwad Regional Science Centre, inaugurated on 27 February 2012
- Kalimpong Science Centre, Darjeeling, inaugurated on 2 October 2008
- Kalpana Chawla Memorial Planetarium, Kurukshetra, inaugurated on 24 July 2007
- Maharaja Ranjit Singh Panorama, Amritsar, inaugurated on 20 July 2006
- Manipur Science Centre, Imphal, inaugurated on 18 May 2005
- Mizoram Science Centre, Aizwal, inaugurated on 26 July 2003
- Nagaland Science Centre, Dimapur, inaugurated on 14 September 2004
- Ranchi Science Centre, Jharkhand, inaugurated on 29 November 2010
- Rajiv Gandhi Science Centre, Port Louis, inaugurated on 30 November 2004
- Regional Science Centre, Coimbatore, Tamil Nadu, inaugurated on 17 July 2013
- Science Centre Port Blair, Andaman, inaugurated on 30 May 2003
- Shillong Science Centre, Meghalaya, inaugurated on 27 February 2006
- Sikkim Science Centre, Marchak, inaugurated on 22 February 2008
- Solapur Science Centre, South Maharashtra, inaugurated on 14 February 2010
Upcoming science centres
NCSM is now developing science centres at the following places in India with collaboration by the respective State Governments.- Dehradun
- Jaipur
- Jammu & Kashmir
- Jodhpur
- Jorhat
- Pilikula
- Pondicherry
- Pune
OTHER PLACES- http://www.nscdelhi.org/
- http://www.pgsciencecity.org/
- "SHOULD NOT REWARI STRIVE
- TO
- HAVE ITS OWN SCIENCE CENTER"
- LET'S WORK FOR THIS CAUSE
SCIENCE DAY -28TH FEB
Theme of the year 2017 is "Science and Technology for Specially Abled Persons"
National Science Day is celebrated in India on 28 February each year to mark the discovery of the Raman effect by Indian physicist Sir Chandrashekhara Venkata Raman on 28 February 1930.
For his discovery, Raman was awarded the Nobel Prize in Physics in 1930.
(FOR BIOGRAPHY KLICK BELOW )
Themes of National Science Day
The theme of the year 1999 was “Our Changing Earth”.
The theme of the year 2000 was “Recreating Interest in Basic Science”.
The theme of the year 2001 was “Information Technology for Science Education”.
The theme of the year 2002 was “Wealth from Waste”.
The theme of the year 2003 was “50 years of DNA & 25 years of IVF – The blue print of Life”.
The theme of the year 2004 was “Encouraging Scientific Awareness in Community”.
The theme of the year 2005 was “Celebrating Physics”.
The theme of the year 2006 was “Nurture Nature for our future”.
The theme of the year 2007 was “More Crop Per Drop”.
The theme of the year 2008 was “Understanding the Planet Earth”.
The theme of the year 2009 was “Expanding Horizons of Science”.
The theme of the year 2010 was “Gender Equity, Science & Technology for Sustainable Development”.
The theme of the year 2011 was “Chemistry in Daily Life”.
The theme of the year 2012 was “Clean Energy Options and Nuclear Safety”.
The theme of the year 2013 was “Genetically Modified Crops and Food Security”.
The theme of the year 2014 was “Fostering Scientific Temper”.
The theme of the year 2015 was “Science for Nation Building”.
The theme of the year 2016 is on "Scientific Issues for Development of the Nation".
The theme of the year 2017 is "Science and Technology for Specially Abled Persons"
HOW TO SCORE MORE- TIPS
- Allocate Appropriate Time: Before you begin,
- allocate time for every question. ...
- Check and Re-check your Answer Paper: ...
- Balancing Your Writing: ...
- Sequencing: ...
- Use “Paragraphing”: ...
- Accentuate Your Answer: ...
- Avoid Grammatical Mistakes: ...
- Quality Content:
- http://topyaps.com/top-10-tips-to-get-higher-marks-in-exam
OR
The strategies below can help you keep pace throughout the year. They will ensure exam success as well as mastery of the subject.
- Set your goal: Read the course overview to understand what the course will cover and how it will be scored. Identify your goal in concrete terms and put it in writing to strengthen your resolve.
- Manage your time: Time management skills can help you take control of your study workload, achieve more, and stress out less. There are many ways to make time work with you, instead of against you. Purchase an academic diary or study planner. Buy one which provides a week-at-a-glance or a month-at-a-glance view, so you can get a holistic view of the time you have available. Find out assignment due dates and quiz/test/exam dates and mark them in your study planner in advance. This way you’ll be able to avoid social commitments during pre-exam periods. Minimize distractions and keep your priorities straight. Focus on your goal of getting the highest marks possible. Schedule social activities around your study schedule and not vice-versa! Remember this is not only an academic challenge, it’s your job in life right now. Make it a successful and enjoyable year!
- Identify your learning style: Take a learning style assessment test and find out if you are a visual, auditory, or kinesthetic learner. This self-knowledge can help you make more effective use of your time. Remember, your learning style may be quite different from that of family members and friends. Adapting your study method to suit your own natural style will enable you to produce powerful results in less time.
- Develop a study plan: For each course, figure out how much time you will need to spend outside of class, in order to keep up and in order to do well. Plan a study schedule that allows you to stay in control of the academic workload.
- Keep up with reading:Particularly in college or university, staying up-to-date in terms of your reading is critical to your success. When you attend a lecture without having completed the required reading, you lose a valuable opportunity to add to your understanding.
- Develop effective note-taking techniques: A variety of note-taking styles can help you record key information and see the bigger picture in terms of subject matter. Good note-taking strategies can help you make the most of the time spent reading from textbooks and attending classes.
- Attend classes regularly: Be an active learner. Attend lectures regularly and participate whenever possible. The interaction will help you to remember more than if you sit passively in class, dreaming of other things.
- Create mind maps: Mind maps are graphic organizers, developed by Tony Buzan, which can help you summarize vital information from lectures and textbooks. Each topic can be condensed onto a page; each chapter can be encapsulated onto a larger map. Eventually, you can develop a mind map to review the key sections of each course and get a broad view of how each topic relates to the others. Then, to review before an exam, see if you can reconstruct the map. In this way, you can test yourself to see if you can recall key terms, factors, reasons and examples.
- Surround yourself with learning: Create a 24-hour learning environment by putting up review charts and points where you can see them daily – on mirrors, doors, fridge, bathroom, television, or bedside table. If possible, purchase a white board and dry erase markers, so you can test your recall by reproducing the mind maps. Use bright-colored markers, include images to trigger your memory and most of all, have fun.
- Work with concentration: It’s in your interest! One hour of concentrated study is worth several hours of distracted study. If you learn how to work with concentration, you will achieve more than 95% of the population. This critical skill enables you to do more in less time and is one of the distinguishing features of super achievers around the world.
- Apply memory techniques: Take the time to learn different memory techniques and practice applying them in a variety of academic and professional contexts. Understand the basic memory principles upon which your brain works and learn some tips for improving your memory. The more you exercise your memory muscle, the stronger it will be and the more confidence you will have in your ability to recall information when you need it most.
- Use all your intelligences: Are you aware of the concept of multiple intelligences? Do you know it doesn’t matter how smart you are but rather how you are smart? This concept was introduced by Howard Gardiner of Harvard University. It explains the number of different ways in which a human can have intelligence and how this self-knowledge can help us live, work, and study more efficiently.http://www.goodluckexams.com/12-study-skills-for-exam-success/
OR